मास्को 27 दिसंबर (स्पूतनिक) रूस ने गत पांच वर्षों के दौरान अपने दो पारंपरिक साझेदारों भारत और चीन के साथ ही 39 देशों के साथ सैन्य सहयोग समझौतों पर हस्ताक्षर किया है।
रूसी सेना के आधिकारिक अखबार क्रास्नाया ज्वेज्दा ने शुक्रवार को उप रक्षा मंत्री अलेक्जेंड फोमिन का साक्षात्कार प्रकाशित किया, जिसमें उन्होंने कहा, “पिछले पांच वर्षों के दौरान पश्चिम एशिया, अफ्रीका, एशिया प्रशांत, लैटिन अमेरिका के 39 सैन्य सहयोग समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं।” उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के साथ संबंध बाधित होने के बाद रूसी सैन्य सहयोग के बारे में पूछे गये सवाल के जवाब में उन्होंने भारत और चीन जैसे दो पारंपरिक साझेदारों के साथ-साथ म्यांमार, लाओस, वियतनाम और कोलंबिया के साथ विकसित हुए सैन्य सहयोग के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि रूस फिलीपींस, श्रीलंका, थाईलैंड और इंडोनेशिया के साथ भी सैन्य सहयोग विकसित कर रहा है। उन्होंने कहा, “हम अल्जीरिया, अंगोला, मिस्र, जाम्बिया, माली, मोरोक्को, मोजाम्बिक, नाइजीरिया, सूडान और यूगांडा जैसे अफ्रीकी देशों, दक्षिण अफ्रीका तथ अन्य देशों के साथ-साथ लैटिन अमेरिका, अर्जेंटीना, बोलिविया, ब्राजील, वेनेजुएला, क्यूबा, निकारगुआ, पेरू तथा चिली के साथ सैन्य सहयोग विकसित कर रहे हैं।
उल्लेनीय है कि 2014 में पश्चिमी देशों ने रूप पर यूक्रेन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया था। इसके रूस का नाटो के साथ संबंध 2014 से खराब हो गये। रूस ने हालांकि सभी आरोपों का खंडन किया है।
संतोष
स्पूतनिक