खेलPosted at: Dec 21 2017 8:25PM राज्यसभा में पारी की शुरूअात नहीं कर पाये सचिन
नयी दिल्ली 21 दिसंबर (वार्ता) मैदान पर लंबी लंबी पारी खेल कर रनों का अंबार लगाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर आज राज्यसभा में अपनी पारी की शुरुआत नहीं कर सके।
अप्रैल 2012 में राज्यसभा में मनोनीत सदस्य बने सचिन आज पहली बार अपनी बात रखने वाले थे लेकिन सदन में हंगामे और शोरशराबे के कारण उनकी ओपनिंग पूरी तरह गड़बड़ा गयी और उनका भाषण सदन के रिकार्ड में दर्ज नहीं हो पाया।
विश्व के तेज से तेज गेंदबाजों का डटकर मुकाबला करने वाले सचिन के लिए आज अजीबोगरीब स्थिति थी। वह पारी की शुरुआत करने के लिये खड़े हुये लेकिन खड़े के खड़े रह गये और कोई शब्द नहीं बोल पाये। उनके लिये राज्यसभा की पिच क्रिकेट के मैदान से कहीं चुनौतीपूर्ण साबित हुई। सभापति एम वेंकैया नायडू ने भरसक कोशिश भी उनके लिए मददगार नहीं हो पायी।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के विरूद्ध गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लगाये गये आरोप को लेकर राज्यसभा में जारी गतिरोध के बीच सचिन को देश में खेलों की स्थिति, भविष्य और बच्चों के खेल के अधिकार पर बोलना था। कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के बीच सभापति ने अल्पकालिक चर्चा शुरू करने के लिए उनका नाम पुकारा। सचिन बोलने के लिए अपनी सीट पर खड़े हये लेकिन कांग्रेस सदस्यों ने भारी शोर शराबा शुरू कर दिया।
श्री नायडु ने कांग्रेस सदस्यों से शांत रहने और अल्पकालिक चर्चा होने देने की अपील की। उन्होंने कहा कि भारत रत्न एवं महान क्रिकेटर को बोलने की अनुमति दी जानी चाहिए। यह उनका सदन में उनका पहला भाषण है। लेकिन कांग्रेस सदस्यों पर इसका कोई असर नहीं हुआ और वे शोर शराबा करते रहे। इसके कारण सचिन अपनी बात नहीं रख पाये। इसके बाद शोर शराबे के बीच सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गयी।
मैदान पर अपनी अलग ही रिकार्ड बुक कायम कर चुके सचिन का राज्यसभा में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। अपने कार्यकाल में वह उच्च सदन में 10 फीसदी भी अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करा सके हैं जिसका सदन में एक दो बार जिक्र भी हो चुका है।
प्रीति जय
वार्ता