इटावा 23 अगस्त (वार्ता) उत्तर प्रदेश के इटावा में सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में रैगिंग मामले में सात दोषी मेडिकल छात्रों को तीन महीने के लिये निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने एंटी रैगिंग कमेटी को भंग करते हुये दो वार्डन और तीन सुरक्षाकर्मियों के भी निलंबन का फरमान सुनाया।
यूनीवसिर्टी के डीन डा.पी.के.जैन ने शुक्रवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन मे बताया कि घटना की जांच के बाद रैंगिग करने वाले सात एमबीबीएस छात्रों को तीन महीने के लिए यूनिवर्सिटी से निलंबित कर दिया गया है। उन पर 25-25 हजार रुपये का अर्थदण्ड भी लगाया गया है। साथ ही स्टूडेंट वेलफेयर के डीन कल्बे जाबाद को कार्यमुक्त करके एंटी रैगिंग कमेटी भंग कर दी गई है । शाक्यमुनि छात्रावास में तैनात दो वार्डनों को निलंबित तीन सुरक्षाकर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया है।
उन्होने बताया कि यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस के सीनियर छात्रों द्वारा जूनियर छात्रों के साथ रैगिंग किये जाने का मामला सामने आया था । इसके बाद मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई गई । पहली जांच में तो जूनियर छात्रों ने रैगिंग होने की घटना से इनकार किया था लेकिन बाद में कुछ छात्रों ने गोपनीय तरीके से अपने साथ रैगिंग होने की बात को कबूल की और 2018 बैच के एमबीबीएस के सीनियर छात्रों अभिषेक राणा, अभिषेक सिंह, रितेश सिंह, रूसल नागर, वैभव सिंह, रंजीत कुमार और प्रतीक सिंह को दोषी ठहराया गया । मामले की दोबारा जांच करवाई गई और जांच में इन्हीं सात सीनियर छात्रों को दोषी पाया गया ।