बांसवाड़ा, 10 जून (वार्ता ) राजस्थान के जनजाति बहुल बांसवाड़ा जिला मुख्यालय पर आयोजित राज्य के पहले मेंगो फेस्टिवल में पांच हजार किलोग्राम आम एवं 250 किलोग्राम आमपापड़ की रिकार्ड बिक्री हुई।
जिला कलक्टर आशीष गुप्ता ने बताया कि बांसवाड़ा में सात से नौ जून तक आयोजित तीन दिवसीय राज्य के पहले ‘मेंगो फेस्टिवल’ के प्रति आमजन का जबरदस्त उत्साह देखा गया और सर्वाधिक आकर्षण का केन्द्र 46 प्रजातियों के आमों की प्रदर्शनी रही। लोग एक ही स्थान पर 46 प्रजातियों के आम देख रोमांचित हुए। प्रदर्शनी में बांसवाड़ा में ही पैदा हो रही किशन भोग, बोम्बे ग्रीन, बोम्बई, केसर, राजस्थान केसर, फजली, मूलागो, बैंगनफल्ली, जम्बो केसर गुजरात, स्वर्ण रेखा, बंगलौरा, नीलम, चौसा, दशहरी, मनकुर्द, वनराज, हिमसागर, जरदालु, अल्फांजो, बजरंग, राजभोग, मल्लिका, लंगड़ा, आम्रपाली, फेरनाड़ी, तोतापुरी, रामकेला, सदाबहार आदि 28 प्रजातियों के साथ देसी आम की 18 प्रजातियों यथा टीमुरवा, आँगनवाला, देवरी के पास वाला, कसलवाला, कुआवाला, आमड़ी, काकरवाला, लाडुआ, हाडली, अनूप, कनेरिया, पीपलवाला, धोलिया, बारामासी, बनेसरा, सागवा, कालिया, मकानिया आदि प्रजातियों के आमों का भी प्रदर्शन किया गया था।
इसी प्रकार 12 स्टाल्स पर नीलम, लंगड़ा, केसर, जंबो केसर गुजरात, आम्रपाली, दशहरी, राजभोग, तोतापुरी, बंगलौरा, चौसा, बजरंग, बारामासी आदि प्रजातियों के आमों को एक ही दर 60 रुपये किलो से बिक्री के लिए उपलब्ध कराया गया। दूसरी तरफ आठ स्टॉल पर आम के उत्पादों का प्रदर्शन एवं विक्रय किया गया।
श्री गुप्ता ने बताया कि फेस्टिवल के दौरान तीन दिनों में कुल 50 क्विंटल आम की बिक्री हुई। इसी प्रकार आम उत्पादों में सर्वाधिक 375 किलो अचार की बिक्री हुई। इसके साथ ही फेस्टिवल में आम पापड़ की कुल 245 किलो बिक्री हुई।
फेस्टिवल में रिलायंस फाउंडेशन द्वारा पोषित त्रिपुरा महिला संघ के माध्यम से कच्ची केरी आम पन्ना की क्रीम द्रव की कुल लगभग 170 लीटर से 400 बोतल की बिक्री की वहीं लगभग 340 लीटर आम पन्ना पेस्ट से तैयार किए गए जूस को पांच हजार से अधिक लोगो द्वारा चखा गया एवं बनेश्वर प्रोड्यूसर कंपनी द्वारा 680 किलो केशर आम और उनकी स्लाईस का स्टाल पर लोगों द्वारा टेस्ट किया गया। फेस्टिवल के दौरान जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग (स्वतंत्र प्रभार) उद्योग एवं राजकीय उपक्रम विभाग राज्यमंत्री अर्जुन सिंह बामनिया ने जिला प्रशासन, कृषि अनुसंधान केन्द्र, उद्यान विभाग एवं कृषि विज्ञान केन्द्र की टीम द्वारा तैयार किए गए दो फोल्डर्स का विमोचन किया। फोल्डर में आम की प्रजातियों और आम प्रसंस्करण विषयक जानकारी समाहित थी।