नयी दिल्ली 23 मई (वार्ता) साधारण बीमा कंपनी एसबीआई जनरल इंश्योरेंस ने ‘एसबीआई जनरल श्योरिटी बॉन्ड बीमा (कंडीशनल एवं अन-कंडिशनल)’ को लॉन्च किया है।
कंपनी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि इस बीमा उत्पाद को ठेकेदारों द्वारा निर्माण के चरण के दौरान अथवा प्रोजेक्ट के निष्पादन चरण के दौरान नियमों एवं शर्तों के उल्लंघन विरूद्ध सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिये डिजाइन किया गया है।
इस श्योरिटी इंश्योरेंस उत्पाद में बॉन्ड की एक व्यापक श्रृंखला शामिल है, जैसे बिड बॉन्ड्स, ऐडवॉन्स्ड पेमेंट बॉन्ड, परफॉर्मेंस बॉन्ड और रिटेंशन मनी बॉन्ड। इसके अतिरिक्त यह दो वैरिएंट्स - कंडिशनल एवं अन-कंडिशनल में उपलब्ध हैं। कंडिशनल बॉन्ड में, दावा किये जाने पर लाभार्थी द्वारा कुछ विशिष्ट शर्तों को पूरा किये जाने की स्थिति में एक निर्धारित राशि का भुगतान किया जाता है, जबकि अन-कंडिशनल बॉन्ड लाभार्थी को लगभग बिना किसी शर्त के अपने पैसों का दावा करने की सुविधा प्रदान करता है।
इस उत्पाद को आधारभूत संरचना विकास को प्रोत्साहन देने के सरकारी दृष्टिकोण के अनुरूप विकसित किया गया है। श्योरिटी इंश्योरेंस प्रोजेक्ट-ओनर को एक श्योरिटी बॉन्ड के रूप में एक आश्वासन देता है कि ठेकेदार मान्य नियमों एवं शर्तों के अनुरूप प्रोजक्ट को पूरा करेगा। इस उत्पाद को संविदा में चूक की स्थिति में गैर-निष्पादन और वित्तीय जोखिम के लिए ठेकेदार को बीमित करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह ठेकेदार को दी गई परियोजना में अपने दायित्वों को पूरा करने में मदद करता है और इस प्रकार लाभार्थी को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है। परियोजना के मालिकों को अलग-अलग परियोजना पर मन की शांति प्रदान करके श्योरिटी बॉन्ड्स परियोजना के सफल और कार्यकुशल परिणामों को बढ़ावा देने में मदद करते हैं।
एसबीआई इंश्योरेंस के पूर्णकालिक निदेशक आनंद पेजावर ने कहा,“हाल के वर्षों में इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जिसके कारण इस क्षेत्र ने भारत में आर्थिक गतिविधियों की संपूर्ण वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान किया है। एसबीआई जनरल में हम लोग अपने ग्राहकों को जोखिम के नए-नए समाधान प्रदान करने में सबसे आगे हैं। एसबीआई श्योरिटी बॉन्ड बीमा के माध्यम से, हमें पूरा भरोसा है कि यह उत्पाद इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के लिए एक प्रभावशाली साधन के रूप में काम करेगा। श्योरिटी बॉन्ड्स संविदात्मक करार में शामिल सभी पक्षों के लिए वित्तीय सुरक्षा, कम से कम जोखिम, और मन की शांति प्रदान करते हैं। वे भरोसा, स्थायित्व, और परियोजना को दक्षतापूर्वक पूरा करने को बढ़ावा देते हैं और इस तरह, आखिरकार राष्ट्र के समग्र विकास और समृद्धि में योगदान करते हैं।”
शेखर
वार्ता