IndiaPosted at: Feb 5 2016 3:07PM नये उत्साह से काम कर रहे हैं वैज्ञानिक:चौधरी
नयी दिल्ली 05 फरवरी (वार्ता) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री वाई.एस.चौधरी ने आज कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी आजादी के बाद देश के पहले प्रधानमंत्री हैं जो प्राचीन भारतीय मूल्यों और विज्ञान की बात करते हैं और उनकी सरकार बनने के बाद वैज्ञानिकों ने नये उत्साह के साथ काम करना शुरू कर दिया है। श्री चौधरी ने यहां शुरू हुए दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय जैव तकनीक सम्मेलन को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहा, “श्री मोदी आजादी के बाद पहले प्रधानमंत्री हैं जो प्राचीन भारतीय विज्ञान और मूल्यों की बात करते हैं। पहले हम इस फिराक में रहते थे कि दूसरे देशों में शोध हो और हम उसकी नकल कर लें लेकिन अब वैज्ञानिक नये उत्साह के साथ काम कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी का क्षेत्र अब लगभग स्थिर हो चुका है और अगला दशक जैव प्रौद्योगिकी क्रांति का होगा। भारत में अभी जैव प्रौद्योगिकी उद्योग सात अरब डॉलर का है और इसे पांच साल में 100 अरब डॉलर ले जाने का लक्ष्य है। इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है लेकिन इसके लिए केंद्र, राज्य, उद्योग और सभी अंशधारकों को मिलकर काम करने की जरूरत है। अंतरराष्ट्रीय जैव तकनीक सम्मेलन में देश और दुनिया के 1000 से अधिक विशेषज्ञ हिस्सा ले रहे हैं। इसका आयोजन जैव तकनीक विभाग के 30 वर्ष पूरे होने के अवसर पर किया जा रहा है। सम्मेलन में स्टार्ट अप इंडिया और स्किल इंडिया जैसे कार्यक्रमों के जरिये जैव तकनीक के लिये युवाओं को तैयार करने और स्वच्छ भारत मिशन पर भी चर्चा होगी। प्रकाश देवेन्द्र वार्ता