श्रीनगर 22 अक्टूबर (वार्ता) पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को कहा कि कश्मीर में हाल ही में बाइक जब्त करने की होड़ एक ‘सामूहिक सजा’ है और कश्मीरी युवाओं को सम्मानजनक तरीके से अपनी आजीविका कमाने के तरीके से वंचित करने का प्रयास है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने एक ट्वीट के जवाब में यह टिप्पणी की जिसमें फास्टबीटल के सह-संस्थापक सामी उल्लाह ने घोषणा की कि शहर में हमारी डिलीवरी बाइकों को लगातार जब्त करने के कारण उनके कार्यक्रम का संचालन रुका हुआ है।
सुश्री मुफ्ती ने ट्वीट किया,“कश्मीर में बाइक जब्त करने की जम्मू-कश्मीर प्रशासन की हालिया होड़ एक सामूहिक सजा है और कश्मीरी युवाओं को सम्मानजनक तरीके से अपनी आजीविका कमाने के प्रयास से वंचित करने का तरीका है। रोजगार उपलब्ध कराने के केंद्र सरकार के दावों के विपरीत, यह अभियान चलाया जा रहा है।”
फास्टबीटल के सह-संस्थापक द्वारा ट्वीट्स की एक श्रृंखला में इस बात पर खेद व्यक्त किया गया कि बाइक जब्त करने के कारण उनका व्यवसाय चरमरा रहा है। उन्होंने ट्वीट किया,“शहर में हमारी डिलीवरी बाइक को लगातार जब्त करने के कारण हमारा परिचालन रुका हुआ है। जिस समय कश्मीर में व्यवसायी धारा 370 को खत्म करने और वैश्विक महामारी से हुए नुकसान से उबरने की कोशिश कर रहे थे, हमारी कानून-व्यवस्था हमें बार-बार पंगु बना रही है।”
उन्होंने पूछा,“500 से अधिक डिलीवरी कार्यकर्ता कश्मीर में इन बाइको से अपनी आजीविका चला रहे हैं, वे अब कहाँ जाएंगे?”
गौरतलब है कि पिछले तीन दिनों के दौरान जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बड़ी संख्या में दो पहिया वाहनों को जब्त किया है। इससे लाेगों की समस्यायें और बढ़ गयी हैं। पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि बाइकों की जब्ती विशुद्ध रुप से आतंकवादी मामलों से जुड़ी हुई है तथा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे से इसका कोई लेना देना नहीं है।
संजय जितेन्द्र
वार्ता