पटना, 13 फ़रवरी (वार्ता) पूर्व टेस्ट क्रिकेटर और 2011 की विश्व विजेता टीम के सदस्य रहे गौतम गंभीर ने क्रिकेट खेलने के लिए तकनीक से ज्यादा आत्मविश्वास को जरूरी बताते हुए गुरूवार को कहा कि यदि किसी में क्रिकेट में प्रति सच्ची लगन है तो रास्ते निकल आते हैं।
देश में पहली बार क्रिकेट में फेलोशिप देने वाली कंपनी ‘फनगेज़’ की ओर से यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में गंभीर ने कहा कि खेलने के लिए तकनीक ही सब कुछ नहीं है उससे भी जरुरी है लगन और आत्मविश्वास। यदि आपमें लगन है तो आप अपने लिए रास्ते निकाल लेंगे। फनगेज़ एक ऐसा प्लेटफार्म है जिसके माध्यम से गरीब और वंचित बच्चे भी देश के लिए खेलने के अपने सपने को पूरा कर सकते हैं। ऐसे फोरम और फेलोशिप से जुड़ना नए खिलाडियों के लिए काफी सहायक साबित होगा।
पूर्व टेस्ट क्रिकेटर ने बिहार सरकार से राज्य में खेलों को बढ़ावा देने की अपील करते हुए कहा कि इससे प्रतिभावान खिलाडि़यों को मौका मिलेगा। क्रिकेट में लड़कियों की भागीदारी पर उन्होंने कहा कि लड़कियां जैसे अन्य क्षेत्र में कैरियर बना रही है, क्रिकेट टीम जिस तरह से परफॉर्म कर रही है।
इस मौके पर गंभीर के कोच संजय भारद्वाज ने कहा कि जो खिलाड़ी ईमानदारी के साथ लगातार मेहनत करते हैं उन्हें सफलता मिलती है वो लम्बे समय तक खेलते हैं। यह देश में पहली बार है जब क्रिकेट में फेलोशिप दी जा रही है जिसे पॉवर प्लेयर का नाम दिया गया है।
फनगेज़ के संस्थापक यशराज गुप्ता ने कहा कि यह देश में पहली बार है जब क्रिकेट में फेलोशिप दी जा रही है जिसे हम पॉवर प्लेयर कहते हैं। इसमें तीन चरण हैं। शुरूआती चरण में कोई कोच नहीं होता सिर्फ 5 उच्च स्तर के कैमरे होते हैं, जिसके माध्यम से खिलाडियों के द्वारा खेली गयी गेंदों की वीडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर चयन किया जाता है। इसके बाद एडवांस ट्रायल और फिटनेस टेस्ट लिए जाते हैं।
गुप्ता ने बताया कि प्रशिक्षण शिविर 20 दिनों का होता है जिसमें सभी खिलाडियों को 40 ओवर के 5 मैच खेलने होते हैं। सर्वोत्तम 60 खिलाड़ियों को तीन सप्ताह का लीसेस्टरशायर काउंटी क्रिकेट क्लब, इंग्लैंड में प्रशिक्षण और 120 खिलाडियों को पांच वर्षों का प्रशिक्षण सहयोग मिलेगा। पहले चरण में इस योजना के तहत 33 खिलाडियों को चुना गया था और 15 खिलाड़ियों को लीसेस्टरशायर काउंटी क्रिकेट क्लब, इंग्लैंड में तीन हफ्ते क्रिकेट के गुर सीखने का मौका भी मिला।
सतीश राज
वार्ता