भोपाल, 17 अप्रैल (वार्ता) मध्यप्रदेश में बेमौसम बारिश और तूफान से हुई मौतों पर मुख्यमंत्री कमलनाथ की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित कर ट्वीट करने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी मात्र ट्वीट करने से समाप्त नहीं हो जाती और अधिकारी इस आपदा के बाद केंद्र से तत्काल मदद के लिए आग्रह करें।
श्री चौहान ने अपने सिलसिलेवार ट्वीट में मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ को संबोधित करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री ने आँधी-तूफान से प्रभावित लोगों को सहायता राशि देने की मंज़ूरी अविलंब दी है। प्रदेश में कोई भी आपदा आती है तो नागरिकों की सहायता करने का पहला कर्तव्य मुख्यमंत्री का होता है, लेकिन मध्यप्रदेश में जिस ढंग से सरकार चल रही है, वह जग-ज़ाहिर है।
उन्होंने कहा कि सिर्फ ट्वीट करने से कर्त्तव्य पूरा नहीं होता, आला अधिकारी केेंद्र से तत्काल राहत के लिए आग्रह करें।
श्री चौहान ने मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के ट्वीट पर निशाना साधते हुए कहा कि आप भी पूरे प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं न कि सिर्फ छिन्दवाड़ा के। चारों तरफ त्राहि-त्राहि मची है और आपका ध्यान केवल अपने बेटे के चुनाव पर केन्द्रित है।
दरअसल आज सुबह श्री मोदी ने गुजरात में बेमौसम बारिश और तूफान से मरने वाले लोगों के संदर्भ में ट्वीट किया था कि मौसम की मार से प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद पहुंचाई जा रही है। इसके फौरन बाद श्री कमलनाथ ने इस पर निशाना साधते हुए कहा था कि श्री मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं ना कि गुजरात के। एमपी में भी बेमौसम बारिश व तूफ़ान के कारण आकाशीय बिजली गिरने से 10 से अधिक लोगों की मौत हुई है, लेकिन उनकी संवेदनाएँ सिर्फ़ गुजरात तक सीमित क्यों हैं। इसी ट्वीटवार के बाद श्री चौहान ने ये ट्वीट किए हैं।
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