थेनजॉल, 27 जून (वार्ता) भारतीय महिला हॉकी टीम की सबसे युवा खिलाड़ियों में से एक लालरेमसियामी ने कहा है कि लॉकडाउन के दौरान टीम के सीनियर खिलाड़ियों ने उनका और कई अन्य युवा खिलाड़ियों के मनोबल को बनाए रखने में काफी मदद की। लालरेमसियामी ने बेंगलुरु स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) में राष्ट्रीय काेचिंग शिविर के दौरान सीनियर खिलाड़ियों के साथ के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि सीनियर खिलाड़ियों ने युवा खिलाड़ियों के मनोबल को बनाए रखने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के मद्देनजर लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान महिला हॉकी टीम फरवरी से ही साई के शिविर में थी।
मिजोरम के कोलासिब की युवा हॉकी खिलाड़ी ने कहा, “यदि कप्तान रानी रामपाल और उपकप्तान सविता जैसी सीनियर खिलाड़ी हमारे साथ शिविर में नहीं होतीं तो हमारे लिए इतना लंबा समय बिताना काफी कठिन होता। शिविर में हमारे पास अपने हॉस्टल के कमरों में फिटनेस के लिए कुछ व्यायाम करने के अलावा कोई अन्य गतिविधि नहीं होती थी। सीनियर खिलाड़ियों ने हमें लगातार प्रेरित किया और हमारा मनोबल गिरने से बचाया।”
गौरतलब है कि लालरेमसियामी, सलीमा टेटे, राजविंदर कौर और शर्मिला कुछ ऐसी नयी युवा खिलाड़ी हैं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने शानदार प्रदर्शन के जरिए अपने प्रदर्शन का स्तर ऊंचा किया है।
लालरेमसियामी ने कहा, “टीम के मुख्य कोच शुअर्ड मरिने और वैज्ञानिक सलाहकार वायने ने लॉकडाउन के दौरान लगातार हमारी फिटनेस और मानसिक स्थिति का परीक्षण किया। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि हम बेहतर करें, लेकिन सीनियर खिलाड़ियों ने आगे बढ़कर हमारी मदद की और हमें निराश नहीं होनेे दिया। वे हमें भारतीय टीम से जुड़ी कहानियां सुनाई करतीं थीं। उन्होंने हमारे साथ रियो ओलंपिक के अपने अनुभवों को भी साझा किया। इन कहानियों ने मुझे प्रेरित किया है और मैं भी ओलंपिक में भारत के लिए खेलना चाहती हूं।”
युवा हॉकी खिलाड़ी ने कहा, “इस विश्राम के दौरान अपनी फिटनेस को बनाए रखना काफी अहम है। फिटनेस के लिए टीम के वैज्ञानिक सलाहकार वायने ने हमें कुछ व्यायाम क्रियाएं बताई थीं जिन्हें मैं इस समय कर रही हूं। विश्राम के बाद बेंगलुरु वापस लौटने पर हम अपने भविष्य के लक्ष्यों को ध्यान में रखकर उन क्षेत्रों पर विशेष काम करेंगे जिनकी रणनीति हमनें लॉकडाउन के दौरान बनाई थी।”
गौरतलब है कि भारत की राष्ट्रीय टीम में शामिल होने वाले संभावित खिलाड़ियों को 19 जून से एक महीने का विश्राम देने की घोषणा की गयी थी। इस समय हॉकी खिलाड़ी अपने-अपने परिवारों के समय अच्छा समय बिता रहे हैं। महिला और पुरुष दोनों ही टीमों को एक माह के विश्राम के बाद 19 जुलाई को वापस बुलाया जायेगा ताकि वे टोक्यो ओलंपिक के लिए अपनी तैयारियों को दोबारा शुरू कर सकें।
रवि राज
वार्ता