लखनऊ, 24 जुलाई (वार्ता) उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फाेर्स (एसटीएफ) ने प्रयागराज में पूर्व जिला पंचायत सदस्य (बीडीसी) अशोक यादव एवं उनके भाई राजकुमार पर दिन-दहाड़े कारर्बाइन से जानलेवा हमले का खुलासा करते घटना में शामिल शूटर सहित सात शातिर अपराधियाें को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया है।
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरूद्ध पंकज ने बुधवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 17 जून की सुबह प्रयागराज के झूॅसी क्षेत्र के चक हरिहरवन चौराहा के पास पूर्व जिला पंचायत सदस्य अशोक यादव अपने भाई राजकुमार आदि के साथ गाड़ी से क्षेत्र पंचायत सदस्याे से मिलने जा रहे थे। उसी समय उनपर अपराधियाें ने
कारबाईन तथा पिस्टल से अन्धाधुन्ध फायरिंग कर पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी गयी थी।
उन्होंने बताया कि इस घटना से झूंसी सहित प्रयागराज में दहशत व्याप्त हाे गई थी। इस हमले में अशोक यादव का प्राईवेट गनर गंभीर रुप से घायल हाे गया था। उन्होंने बताया कि इस घटना के खुलासे के लिए एसटीएफ को जिम्मेदारी सौंपी गई थी । प्रयागराज एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक नीरज पाण्डेय और वाराणसी के पुलिस उपाधीक्षक विनोद कुमार सिंह के नेतृत्व में अभिसूचना संकलन की कार्रवाई प्रारम्भ की गयी।प्रारम्भिक अभिसूचना के आधार पर जानकारी मिली कि इस घटना के सूत्र नैनी जेल में बन्द अपराधी ग्राम-शेरडीह झूंसी प्रयागराज निवासी संतोष यादव एवं उसके सहयोगियों से जुडे हुये है।
श्री पंकज ने बताया कि अभिसूचना संकलन के दौरान मंगलवार वाराणसी एसटीएफ की टीम के निरीक्षक शैलेश प्रताप सिंह, विपिन कुमार राय, अमित श्रीवास्तव एवं पुनीत परिहार के नेतृत्व में झूंसी और आस-पास के क्षेत्र में अभिसूचना संकलन के लिये सक्रिय थी। इस दौरान सूचना मिली कि उपरोक्त घटना में संलिप्त अपराधी किसी अन्य घटना काे अन्जाम देने के लिये योजना बनाने के लिए झूॅसी इलाके के अन्दवा चैराहे से आगे कटका तिराहे पर माैजूद हैं।
उन्होंने बताया कि बगैर समय गंवाये एसटीएफ की टीम कटका तिराहे पहुंची और चार माेटरसाइकिलाें के साथ खड़े 10 लोगाे की तरफ मुखबिर ने इशारा करके बताया कि यह वही लोग हैं, जाे अशोक यादव पर गाेली बारी किये थे। तभी एसटीएफ टीम ने घेरकर गिरफ्तार करने का प्रयास किया गया ताे बदमाशों ने अपने-अपने असलहे से पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से फायरिंग करने लगे, लेकिन एसटीएफ टीम ने अपनी कार्य कुशलता एवं बहादुरी का परिचय देते हुए आवश्यक बल प्रयाेग करते हुए माैक से शूटर गाजीपुर निवासी आनन्द उर्फ करिया गुरू ,कैमूर बिहार निवासी रामजी उपाध्याय ,पवन उपाध्याय उर्फ बिट्टू के अलावा प्रयागराज निवासी श्रीकान्त यादव उर्फ पंडित भाई उर्फ उक्खड़ चाचा उर्फ जयश्रीराम,आदिल उर्फ अब्दुल रज्जाक, आजिम और राजीव कुमार यादव उर्फ काजू को गिरफ्तार कर लिया जबकि उनके तीन साथी वाराणसी निवासी राहुल पाण्डेय, गाजीपुर निवासी बलवन्त उर्फ छोटू उर्फ पंकज और बिहार कैमूर निवासी शूटर भागने में सफल रहे ।
श्री पंकज ने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों के पास से एक पिस्टल,दो तमंचे और बड़ी संख्या में कारतूस ,तीन मोटरसाइकिल और नौ मोबाइल फोन बरामद किए गये। एसटीएफ फरार शूटरों की तलाश कर रही है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ करने पर बताया कि विगत पांच जून 2016 को नैनी सेण्टंल जेल प्रयागराज के पास अशोक यादव, शैलेन्द्र यादव व इसके सहयाेगियाें द्वारा भाड़े के हत्यारों के माध्यम से अन्धाधुन्ध फायरिंग कर संतोष यादव के भाई ज्ञानचन्द
यादव उर्फ वकील एवं चाचा लालता प्रसाद यादव की हत्या कर दी गयी थी तथा इसमें कई लोग घायल भी हाे गये थे।
उन्होंने बताया कि उसी घटना का बदला लेने के लिये तथा क्षेत्र में वर्चस्व स्थापित करने के लिये नैनी जेल में बन्द संताेष यादव तथा बस्ती जेल में बन्द संतोष यादव के भाई राजकुमार यादव ने नैनी जेल में ही बन्द शातिर अपराधी कल्लू सोनकर एवं बीरू पटेल के माध्यम से अशोक यादव की हत्या की सुपारी 12 लाख में शूटर राहुल पाण्डेय, शूटर आनन्द दूबे, शूटर राहुल शुक्ला एवं शूटर बलवन्त उपराेक्त काे दिया था। इन चाराे शूटराें ने शेटर रामजी उपाध्याय एवं पवन उपाध्याय उर्फ बिट्टू से सम्पर्क कर इन्हें भी घटना में शामिल किया गया। संतोष यादव का भतीजा आषीश यादव जाे कि नैनी जेल में ही बन्द है के द्वारा आदिल, आजिम, श्रीकान्त यादव एवं राजीव कुमार उर्फ काजू के माध्यम से शुटरों के ठहराने, इन्हें असलहा, माेटरसाइकिल उपलब्ध कराने तथा रैकी आदि की व्यवस्था करायी गयी थी। घटना में प्रयुक्त कारबाइन की व्यवस्था राहुल पाण्डेय द्वारा अपने स्तर से की गयी थी।
श्री पंकज ने बताया कि गिरफ्तार सभी आरोपियों को झूंसी थाने में दाखिल करा दिया गया है। आगे की कार्रवाई स्थानीय पुलिस करेगी।
त्यागी
वार्ता