नयी दिल्ली, 09 फरवरी (वार्ता) केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह और पी वी नरसिम्हा राव तथा कृषि वैज्ञानिक डॉ एम एस स्वामिनाथन को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की है।
श्री शाह ने तीनों विभूतियों को मरणोपरांत देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजे जाने
की घोषणा पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर अलग-अलग पोस्ट में इसके लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार जताया।
उन्होंने कहा, “आजीवन किसानों के लिये समर्पित चौधरी साहब (चरण सिंह) ने किसान कल्याण के लिये अनेक कार्य किये। चौधरी साहब जीवनपर्यंत लोकतांत्रिक मूल्यों के संरक्षण के प्रति समर्पित रहे और उन्होंने आपातकाल का डटकर मुकाबला किया। उन्होंने अपने निर्णयों से पूरे देश को यह बताया कि किसान का बेटा देश के भरण-पोषण से लेकर नीतिगत निर्णय भी ले सकता है।”
उन्होंने लिखा, ‘ चौधरी साहब के सम्मान के माध्यम से देश के करोड़ों किसानों और मेहनतकश लोगों को सम्मानित करने के लिये मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का आभार
व्यक्त करता हूँ।”
श्री शाह ने कहा , “ पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव जी को भारत रत्न मिलना एक महान नेता
को सच्ची श्रद्धांजलि है जिन्होंने हमारे देश के इतिहास को प्रतीकात्मक विज़न, बुद्धिमत्ता
और राजनीति से आकार देने का काम किया। हमारी अर्थव्यवस्था को सबसे अस्थिरता के समय से समावेशी प्रगति के युग में सुरक्षित ले जाने में पीवी नरसिम्हा राव जी के योगदान
को हमेशा याद किया जायेगा। ”
श्री शाह ने अलग पोस्ट में कहा, “ डॉ एम एस स्वामीनाथन जी को भारत रत्न से सम्मानित करना उन महान आत्माओं के प्रति हमारे देश की गहरी कृतज्ञता का प्रमाण है, जिन्होंने इसकी प्रगति की नींव रखी। हमारा इतिहास स्वामीनाथन जी को एक दुर्लभ प्रतिभा के रूप में याद करता है, जिनकी वैज्ञानिक क्षमता ने हमारे देश को खाद्य संकट के युग से खाद्य सुरक्षा की ओर ले जाने का कठिन कार्य पूरा किया। ”
श्री शाह ने कहा, “ एक उत्कृष्ट शिक्षाविद, महान स्वामीनाथन जी की खोजों ने न केवल अभूतपूर्व शोध कार्यों को जन्म दिया, बल्कि विरासत को जारी रखने के लिये कई प्रतिभाशाली दिमागों को भी आकार दिया।”
उन्होंने महान वैज्ञानिक डाॅ स्वामिनाथन को भारत रत्न दिये जाने को ऐतिहासिक निर्णय बताया और इसके लिये प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया।
मनोहर.श्रवण
वार्ता