भारतPosted at: Apr 9 2019 10:30PM राष्ट्र की पावन स्मृति का हिस्सा हैं शहीद पुलिस कर्मी : कोविंद
नयी दिल्ली 09 अप्रैल (वार्ता) राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर सोमवार को शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज यहां राष्ट्रीय पुलिस स्मारक जाकर शहीद पुलिसकर्मियों को पुष्पांजलि अर्पित की।
श्री कोविंद ने इस मौके पर अपने संबोधन में 9 अप्रैल 1965 में कच्छ के रण में ‘सरदार पोस्ट’ पर केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की एक छोटी सी टुकड़ी के पराक्रम को याद करते हुए कहा कि बहादुर पुलिसकर्मियों ने अपनी वीरता से पाकिस्तानी सेना की पूरी ब्रिगेड को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान कई वीरों ने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। सीआरपीएफ उनके बलिदान को याद करते हुए आज के दिन ‘शौर्य दिवस’ मनाती है।
उन्होंने तिब्बत सीमा पर 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में पुलिस बलों के शौर्य का का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि आज का दिन पुलिस बलों के शौर्य और वीरता पर गर्व करने और उनमें भरोसे की अभिव्यक्ति का दिन है।
राष्ट्रपति ने कहा कि आजादी के बाद से अब तक 34 हजार 800 पुलिसकर्मियों ने अपना जीवन देश के लिए समर्पित किया है। इनके नाम ‘वॉल ऑफ वेलर’ पर लिखे हैं और ये हमारे राष्ट्र की पावन स्मृति का हिस्सा है। पूरा देश उन्हें उनके साहस , वीरता और पराक्रम के लिए हमेशा याद रखेगा।
उल्लेखनीय है कि श्री कोविंद ने एक दिन पहले सोमवार को यहां स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जाकर देश की रक्षा में प्राणों का बलिदान करने वाले शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की थी।
संजीव
वार्ता