IndiaPosted at: Aug 12 2017 6:32PM शरद यादव राज्यसभा में जद (यू) नेता पद से हटाये गये
नयी दिल्ली 12 अगस्त (वार्ता ) जनता दल (यू )ने राज्यसभा सदस्य अली अनवर को पार्टी के संसदीय दल से निलंबित करने के एक दिन बाद आज वरिष्ठ नेता शरद यादव के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें राज्यसभा में पार्टी के नेता पद से हटाकर उनकी जगह आर सी पी सिंह को नियुक्त कर दिया है । जद (यू )की बिहार इकाई के अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि श्री आर.सी.पी.सिंह को राज्यसभा में पार्टी का नेता बनाया गया है । उन्होंने कहा कि श्री शरद यादव की मौजूदा गतिविधि को देखते हुए ऐसा करना जरूरी हो गया था । पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संजय झा ने सुबह दस बजे राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू से मुलाकात कर पार्टी की ओर से इस संबंध में पत्र सौंपा है। पत्र में सूचित किया गया है कि पार्टी ने राज्यसभा में श्री शरद यादव की जगह श्री आरसीपी सिंह को अपना नेता चुना है। जद (यू) अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बिहार में महागठबंधन से नाता तोड़कर भारतीय जनता पार्टी से मिलकर सरकार बनाने के बाद से ही श्री यादव उनके खिलाफ बयान दे रहे हैं । उनका कहना है कि यह बिहार की जनता के साथ विश्वासघात है । श्री नीतीश कुमार ने कल नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात से पहले श्री यादव के खिलाफ कार्रवाई का संकेत देते हुए कहा था कि श्री यादव अपना फैसला लेने के लिए आजाद हैं। वह अपनी राह चुनने के लिए स्वतंत्र हैं। वह किसके प्रति वफादार रहना चाहते हैं, इसका फैसला खुद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ गठबंधन का फैसला पूरी पार्टी की सहमति से लिया गया है। उत्तर प्रदेश कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी आर सी पी सिंह 2010 में प्रशासनिक सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर जद यू में शामिल हो गये थे । वह श्री कुमार के करीबी माने जाते हैं । श्री अनवर कल विपक्ष की एकजुटता के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा यहां बुलायी बैठक में शामिल हुए थे जबकि पार्टी ने उन्हें इसके लिए अधिकृत नहीं किया था । इसके बाद कल रात में ही उन्हें पार्टी के संसदीय दल की सदस्यता से निलंबित कर दिया गया था । इससे पहले श्री शरद यादव खेमे के माने जाने वाले पार्टी महासचिव अरुण कुमार श्रीवास्तव को भी महासचिव पद से हटा दिया गया था । पार्टी का कहना है कि श्री श्रीवास्तव ने गुजरात राज्यसभा चुनाव के लिए अनधिकृत रूप से पर्यवेक्षक नियुक्त किया था। इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की गयी है । भाजपा और कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बने इस चुनाव में विधानसभा में पार्टी के एकमात्र विधायक छोटूभाई वासवा ने कहा था कि उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी अहमद पटेल को वोट दिया क्योंकि भाजपा ने पिछले 20 वर्षाें से राज्य में लूट मचा रखी है और वह भाजपा से हाथ मिलाने के श्री नीतीश कुमार के फैसले का विरोध करते हैं । जद (यू )की केरल इकाई के प्रमुख एम पी वीरेंद्र कुमार भाजपा के साथ गठबंधन करने के श्री नीतीश कुमार के फैसले का पहले ही विरोध करते हुए कह चुके हैं कि केरल की प्रदेश इकाई उनके इस फैसले के साथ नहीं है । नीलिमा अजय वार्ता