मथुरा, 25 जनवरी (वार्ता)उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा ने शुक्रवार को वृन्दावन के ग्राम- जैंत में बनने वाले 220 केवी क्षमता के विद्युत पारेषण उपकेंद्र का शिलान्यास किया।
विद्युत उपकेन्द्र का शिलान्यास करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुये श्री शर्मा ने कहा कि विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को और मजबूत करने के प्रयास किये जा रहे हैं। उनका प्रयास है कि मधुरा तथा ब्रजभूमि समेत प्रदेश के सभी जिलों में निर्बाध बिजली मिले।
उन्होंने बताया कि 92.40 करोड़ रुपये की लागत से दिसंबर 2020 तक बनने वाले इस उपकेंद्र में 160 एमवीए क्षमता के दो और 40 एमवीए क्षमता के दो परिवर्तक स्थापित किये जायेंगे।
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि इस उपकेंद्र को 400 केवी के मांट व 220 केवी के छाता उप केंद्र से पोषित किया जाएगा। क्षेत्र में बेहतर विद्युत आपूर्ति के लिए इस उप केंद्र को 132 केवी के वृन्दावन तथा 132 केवी के मथुरा (द्वितीय) उप केंद्र से भी जोड़ा जायेगा। इसके बनने से छटीकरा, देवी आटस, चैतन्य विहार, चौमुहां, रुक्मिणी विहार और वृन्दावन में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
मथुरा जिले में विद्युत विभाग द्वारा किये गये कार्यों का उल्लेख करते हुए ऊर्जा मंत्री ने बताया कि ऊर्जा विभाग द्वारा मथुरा जिले में 1514.67 करोड़ रुपए से अधिक के कार्य कराए जा रहे हैं। इस राशि में से 70 फीसदी राशि विद्युत व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के विभिन्न कार्यों पर खर्च की जा चुकी है। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि आने वाले कुछ सालों में प्रदेश के सभी जिलों की बिजली व्यवस्था इतनी बेहतर हो जाएगी।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि वे प्रदेश के सभी जिलों में आगामी जरूरतों के अनुरूप बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अपनी मौजूदा क्षमता में लगातार वृद्धि करने का काम कर रहे हैं। आगामी गर्मियों के मद्देनजर प्रदेश की ट्रांसमिशन कैपेसिटी को 22,000 मेगावाट से बढ़ाकर 24,000 मेगावाट किया जा रहा हैं। इसी तरह पारेषण तंत्र की कुल ट्रांसफर कैपेबिलिटी (टीटीसी) को 10,700 मेगावाट से बढ़ाकर 12,500 मेगावाट करने का भी कार्य कर रहे हैं। लक्ष्य यह है कि जिस तरह वर्ष 2018 की गर्मियां 2017 से बेहतर गुजरीं, उसी तरह इस वर्ष की गर्मियां 2018 से बेहतर गुजरें।