भोपाल, 11 जून (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए आज कहा कि जनता से झूठे वादे कर सरकार में आयी कांग्रेस ने अपने वचन पत्र के एक भी वादे पूरे नहीं किया, जिसके चलते उसका यह हश्र हुआ है।
श्री चौहान ने आज यहां 11 विधानसभा क्षेत्रों के प्रमुख पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह बात कही। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा एवं प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत मौजूद थे। श्री चौहान ने कहा कि कांग्रेस सरकार की बुनियाद झूठ और धोखे पर रखी हुई थी, इसलिए उसका ये हश्र हुआ। कांग्रेस ने प्रदेश के लोगों से झूठ बोला और अपने वचनपत्र का एक भी वचन पूरा नहीं किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जब सरकार की वादाखिलाफी का विरोध किया, तो उन्हें सड़कों पर उतरने की चुनौती दी गयी। उन्होंने कहा कि श्री सिंधिया आगे आए और उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ इस्तीफा दे दिया। ऐसे समय में जबकि लोग पंच और सरपंच पद भी आसानी से छोड़ने को तैयार नहीं होते, श्री सिंधिया के सहयोगियों ने प्रदेश को बचाने मंत्री पद और विधायकी छोड़ दी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने हमारे लोगों के खिलाफ दमनचक्र चलाया। सिर्फ कार्यकर्ताओं को ही नहीं, बल्कि हमारे विचार को भी कुचलने का प्रयास किया। कार्यकर्ताओं पर झूठे मामले लादे गए, उन्हें सुनियोजित तरीके से अभियान चलाकर प्रताड़ित किया गया। विरोधियों को कुचल डालो, रासुका लगा दो, एफआईआर दर्ज करो और उनके घरों तथा प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ करो, कांग्रेस ने अपने पूरे कार्यकाल में यही काम किया।
इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के विकास को ठप कर दिया था। इस सरकार ने चंबल एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट से भिंड को बाहर कर दिया और पूरे प्रोजेक्ट को ही ठंडे बस्ते में डाल दिया था। श्री शर्मा ने कहा आने वाले उपचुनाव प्रदेश की प्रगति और दुरावस्था के बीच के चुनाव हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए भाजपा की सरकार जरूरी है।
बघेल
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