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अतिवृष्टि और बाढ़ के बीच शिवराज की नागरिकों से अपील

अतिवृष्टि और बाढ़ के बीच शिवराज की नागरिकों से अपील

भोपाल, 29 अगस्त (वार्ता) मध्यप्रदेश में पिछले एक दो दिनों से जारी लगातार बारिश और बांधों से पानी छोड़े जाने के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज नागरिकों से सतर्क रहने, आपात स्थिति में तत्काल नियंत्रण कक्ष में सूचना देने और पिकनिक आदि के लिए नहीं जाने का अनुरोध किया है।

श्री चौहान ने राज्य में बाढ़ और अतिवृष्टि की आज यहां उच्च स्तरीय बैठक में समीक्षा के बाद अपने बयान में यह बात कही है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के बीच प्रदेश में अतिवृष्टि का एक और संकट आया है। भारी वर्षा के कारण प्रदेश के बड़े हिस्से विशेषकर जबलपुर, भोपाल और होशंगाबाद संभाग के कई गांवों और शहरों में बाढ़ जैसी परिस्थितियां निर्मित हो रही हैं।

उन्होंने बताया कि राज्य की जीवनरेखा मानी जाने वाली नर्मदा नदी और उनकी सहायक नदियां इस समय उफान पर हैं।

बांधो से भी लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। इस कारण भी जलस्तर तेजी से बढ़ा है। होशंगाबाद में सुबह दस बजे नर्मदा नदी 973 फीट के उच्चतम स्तर को पार कर चुकी हैं। खतरे का निशान 964 पर है। अभी 48 घंटे भारी वर्षा की संभावना है। इसके बावजूद हमें घबराना नहीं है और हिम्मत से काम लेना है।

मुख्यमंत्री ने नागरिकों से कहा कि वे सभी को सावधान कर रहे हैं। जहाँ जहाँ जरुरी हैं, वहां राहत, सुरक्षा और बचाव के सभी आवश्यक काम किए जा रहे हैं। विपदा के समय कार्य करने वालीं हमारी एसडीआरएफ की टीमें सक्रिय हैं, जहां जरूरत है, वहां एनडीआरएफ की टीम भी भेज रहे हैं। सेना और वायुसेना को भी हमने सतर्क किया है। आज भी छिंदवाड़ा जिले के चौरई के बेलखेड़ा में फंसे एक युवक को हेलीकॉप्टर की मदद से सुरक्षित निकाला गया। बोट और अन्य आवश्यक साजोसामान की भी उचित व्यवस्था की गयी है।

श्री चौहान ने कहा कि होशंगाबाद, बरेली और शाहगंज क्षेत्राें में एक दर्जन से अधिक गांवों में बाढ़ के पानी के घुसने की आशंका के बीच वहां भी आवश्यक ऐहतियाती कदम उठाए गए हैं। इन गांवों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने ऐसे लोगों से अपील की है कि वे प्रशासनिक दल की बात मानें और सुरक्षित स्थान पर जाने में सहयोग करें। प्रशासन उनकी ही सुरक्षा के लिए यह सब कर रहा है। श्री चौहान ने कहा कि प्रशासन ऐसे लोगों के भोजन और दवाओं आदि की व्यवस्था भी करेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासन सभी आवश्यक कदम कोरोना संकट से बचाव संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए उठा रहा है। उन्होंने कहा कि बाढ़ की आशंका वाले जिलों में प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और राज्यों के आपदा प्रबंधन के नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। वर्षा और बाढ़ की स्थिति में किसी भी प्रकार की कठिनाई होने पर तत्काल इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दें। किसी भी प्रकार की सहायता के लिए डायल 100 व 1079 पर कॉल करने का अनुरोध किया गया है।

श्री चौहान ने कहा कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए हेलीकॉप्टर, गोताखोर और बोट आदि के भी पुख्ता इंतजाम हैं। आवश्यक होने पर सेना भी बुला ली जाएगी। लेकिन सभी नागरिकों से प्रार्थना है कि वे सड़क, पुल, पुलिया पर बाढ़ का पानी होने की स्थिति में आप उसे पार करने से बचें। कई बार प्रदेशवासी इन वजहों से संकट में फंस जाते हैं।

अतिवर्षा की स्थिति में पिकनिक पर नहीं जाए डैम-झरने आदि पर जाने का मोह छोड़ें।

उन्होंने बताया कि बाँधों के गेट खोलने से पूर्व प्रशासन द्वारा नागरिकों को सूचित किया जा रहा है। श्री चौहान ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे इन बातों को गंभीरता से लें अौर अतिवृष्टि से उत्पन्न संकट से बचें।

राज्य के कुल 52 जिलों में से अधिकांश में बारिश का क्रम चल रहा है। लगातार बारिश का क्रम राज्य के मध्य, पूर्वी और दक्षिणी क्षेत्र में ज्यादा है। आने वाले 48 घंटों में भी राज्य में अधिकांश स्थानों पर बारिश की संभावना व्यक्त की गयी है।

प्रशांत

वार्ता

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