भोपाल, 18 सितंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने राज्य में आई बाढ़ को प्रशासन की लापरवाही बताते हुए सरकार से इस पर श्वेतपत्र लाने की मांग की है।
श्री चौहान ने आज यहां संवाददाताओं से चर्चा के दौरान दावा किया राज्य की बाढ़ शताब्दी की सबसे बड़ी जलप्रलय है। प्रशासन की लापरवाही के कारण मंदसौर, नीमच, श्योपुर, भिंड और मुरैना इस आपदा का शिकार हो गया। उन्होंने कहा कि वे सरकार से इस पर श्वेतपत्र जारी करने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग करते हैं।
उन्होंने कहा कि उन्होंने बाढ़ग्रस्त मंदसौर और नीमच का दौरा किया। इसके बाद आज श्योपुर, भिंड, मुरैना जा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोग स्वयं अपने आप को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं और प्रशासन का कोई पता नहीं है।
उन्होंने इस आपदा को मानवनिर्मित बताते हुए आरोप लगाया कि गाँधी सागर बाँध में निर्धारित मात्रा से अधिक जल भराव किया गया। समय पर पानी नहीं छोड़ा गया। मौसम विभाग की चेतावनी की भी अनदेखी की गई।
श्री चौहान ने राज्य सरकार द्वारा केंद्र से मदद नहीं मिलने के आरोपों पर कहा कि क्या सरकार ने केंद्र के पास क्षति का आंकलन भेजा है। सरकार प्रस्ताव भेज कर संवैधानिक प्रक्रिया पूरी करे, इसके बाद विपक्ष पूरा सहयोग करेगा।
गरिमा
वार्ता