लंदन,18 मई (वार्ता) अपने समय में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ अंपायरों में शुमार साइमन टॉफ़ल ने अंपायरिंग में सुधार के लिए एक ऑनलाइन कोर्स शुरू करने की घोषणा की है। तीन लेवल का यह कोर्स मंगलवार से शुरू हो जाएगा। यह कोर्स शौक़िया और प्रोफ़ेशनल दोनों लोगों के लिए होगा। जो अंपायर बनना चाहते हैं और जो अंपायर बन चुके हैं, लेकिन अपने स्किल में सुधार करना चाहते हैं, वे इस कोर्स को कर सकते हैं।
टॉफ़ल ने इस कोर्स का पाठ्यक्रम सामग्री ख़ुद तैयार किया है और आईसीसी क्रिकेट एकेडमी, दुबई से इसे मान्यता भी प्राप्त है। टॉफ़ेल ने कहा कि इस कोर्स में क्रिकेट के पारंपरिक नियमों की जगह व्यवहारिक रूप से अंपायरिंग करने के तरीक़े को सिखाया जाएगा।
क्रिकइंफ़ो से बात करते हुए टॉफ़ल ने कहा, 'हमारे पास तीन कोर्स है। पहला कोर्स काफ़ी बेसिक है, जो स्कूल अध्यापकों, माताओं और पिताओं के लिए है, जिनके बच्चे क्रिकट खेलते हैं। इसमें उन्हें अंपायरों की भूमिका, मैच के दिन पर क्या करना है आदि सिखाया जाएगा। अंपायरिंग के पारंपरिक कोर्स में आपको क्रिकेट के नियम पढ़ाए जाते हैं, लेकिन इस कोर्स में आपको मैदान पर व्यवहारिक होना सिखाया जाएगा। हमारा यह कोर्स मुख्यतः वीडियो आधारित होगा, जिसमें लोग देख और सुनकर अंपायरिंग के विभिन्न पहलुओं को समझ सकेंगे।'
इस कोर्स को पूरा करने के लिए महज़ कुछ घंटे लगेंगे। टॉफ़ल ने कहा, 'इस कोर्स में आपको बताया जाएगा कि आप मैदान पर कैसा बर्ताव करें, कोई विवादास्पद घड़ी आती है तो कैसे स्थिति को संभाले, मैदान पर बनने वाले दबाव से कैसे निपटे और अपील पर बिना दबाव आए किस तरह की प्रतिक्रिया दें।'
लेवल-1 का कोर्स उन अंपायरों के लिए होगा जो अंपायरिंग को अपना करियर बनाना चाहते हैं, जबकि लेवल-2 का कोर्स पहले से अंपायर बन चुके लोगों का स्किल सुधारने के लिए होगा। इस कोर्स में कई तरह की तकनीकी बातें भी होंगी। यह अपने तरह का ऐसा पहला वैश्विक अंपायरिंग कोर्स होगा, जिसे आईसीसी से भी मान्यता मिली है।
टॉफ़ल ने कहा कि इस कोर्स को करा के आईसीसी भी अपने बोर्ड सदस्यों के अंपायरिंग स्थिति को सुधार सकता है। हालांकि यह किसी भी प्रतिस्पर्धी क्रिकेट के लिए आपको अंपायर होने की मान्यता नहीं देता है। उसके लिए आपको संबंधित बोर्ड से मान्यता लेनी होगी। इस कोर्स और सर्टिफ़िकेट का मतलब है कि आप किसी भी प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में अंपायरिंग करने के लिए तैयार हैं, तैनात करना या ना करना संबंधित बोर्ड का काम होगा।
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