खेलPosted at: Dec 16 2017 11:13PM सिंधू ने फाइनल में पहुंच कर रचा इतिहास
दुबई, 16 दिसम्बर (वार्ता) ओलम्पिक और विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता भारत की पी वी सिंधू ने साल के आखिरी 10 लाख डॉलर की पुरस्कार राशि वाले दुबई वर्ल्ड सुपर सीरीज फाइनल्स बैडमिंटन टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में शनिवार को पहुंच कर इतिहास रच दिया।
विश्व की तीसरे नंबर की खिलाड़ी सिंधू ने आठवें नंबर की चीन की चेन यूफेई को 59 मिनट तक चले सेमीफाइनल में 21-15 21-18 से हराकर पहली बार इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई। सिंधू इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनी हैं। सिंधू गत वर्ष इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल तक पहुंची थीं। इससे पहले तक सायना नेहवाल और किदाम्बी श्रीकांत सेमीफाइनल तक पहुंचे थे।
सिंधू ने अपने ग्रुप में सभी तीन मैच जीते थे और इस लय को उन्होंने सेमीफाइनल में भी बरकरार रखते हुए यूफेई के खिलाफ अपना करियर रिकॉर्ड 4-2 कर लिया है। सिंधू का खिताब के लिए जापान की अकाने यामागूची के साथ मुकाबला होगा जिन्होंने पहले सेमीफाइनल में थाईलैंड की रत्चानोक इंतानोन को एक घंटे 12 मिनट तक चले मैराथन मुकाबले में 17-21 21-12 21-19 से हराया।
सिंधू ने विश्व की नंबर दो खिलाड़ी यामागूची को ग्रुप चरण में मात्र 36 मिनट में 21-9 21-13 से हराया था। भारतीय खिलाड़ी का यामागूची के खिलाफ 5-2 का करियर रिकॉर्ड है। सिंधू इस टूर्नामेंट से पहले यामागूची को
हांगकांग ओपन में भी हरा चुकी हैं।
भारतीय खिलाड़ी का इस साल यूफेई से यह पांचवां मुकाबला था। दोनों के बीच इस साल 2-2 का रिकॉर्ड चल रहा था लेकिन लगातार दूसरे साल इस टूर्नामेंट का सेमीफाइनल खेल रही सिंधू ने पहले गेम को जीतने में ज्यादा पसीना नहीं बहाया। दूसरे गेम में जरूर संघर्ष हुआ और स्कोर 15-15 तथा 16 -16 से बराबर हो गया लेकिन सिंधू ने फिर लगातार दो अंक लेकर 18-16 की बढ़त बनाई और गेम को 21-18 से समाप्त करते हुए पहली बार फाइनल में प्रवेश कर लिया।
राज, रवि
वार्ता