श्रीनगर, 05 अक्टूबर (वार्ता) जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को सबसे युवा स्वतंत्रता सेनानी बाजी राउत की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्री सिन्हा ने ट्विटर पर कहा, “बाजी राउत की जयंती पर उन्हें विन्रम श्रद्धांजलि। वह हमारे देश के सबसे युवा स्वतंत्रता सेनानी के रूप में शहीद हुए थे, उन्होेंने महज 12 साल की उम्र में देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिये। उनका मातृभूमि के लिए साहस, समर्पण और बलिदान देश हमेशा याद रखेगा और उनसे हमसब को हमेशा प्रेरणा मिलती रहेगी।”
बाजी राउत का जन्म 05 अक्टूबर 1926 को ओड़िशा में हुआ था। उनकी ब्रिटिश पुलिस बल ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब उन्होंने 11 अक्टूबर, 1938 की रात को ओडिशा के ढेंकनाल जिले के नीलकंठपुर घाट, भुबन में ब्राह्मणी नदी को उन्हें पार कराने से इनकार कर दिया था। श्री राउत एक नाविक थे और महज 12 साल की उम्र में शहीद हो गए और सबसे युवा स्वतंत्रता सेनानी के रूप में उन्हें याद किया जाता है।
श्री राउत बानर सेना (लोगों की पार्टी) के एक सक्रिय सदस्य के रूप में रात को नदी के पास स्वंयसेवक बनकर दुश्मनों पर नजर रखते थे। जब ब्रिटिश पुलिस ने उन्हें रात में नदी पार कराने आदेश दिया तब उन्होंने ऐसा करने से इन्कार कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने श्री राउत समेत वहां मौजूद लक्ष्मण मलिक, फागू साहू, हरूषी प्रधान और नाता मलिक की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
देव, उप्रेती
वार्ता