राज्य » जम्मू-कश्मीरPosted at: Apr 8 2019 4:05PM श्रीनगर में सेंट्रल जेल हिंसा की जांच के लिए एसआईटी गठित
श्रीनगर 08 अप्रैल (वार्ता) जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर की सेन्ट्रल जेल में चार और पांच अप्रैल की दरमियानी रात जेल कर्मचारियों और श्रमिकों पर कैदियों के हिंसक हमले की जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित की गयी है।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। श्री सिंह ने पुलिस महानिरीक्षक (कश्मीर) एस पी पाणी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के साथ जेल पहुुंच कर स्थिति की मुआयना किया था।
उन्हाेंने बताया कि प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार जेल में नियमित मरम्मत कार्य चल रहा था। इस दौरान एक बैरक को खाली कराया गया और कैदियों को जेल के नव निर्मित ब्लौक में भेज दिया गया था। इस बीच नजदीक के बैरक के कुछ कैदियों ने जेल बैरक के एक दरवाजे को तोड़ दिया और श्रमिकों तथा जेल कर्मचारियों पर हमला कर दिया। हमले में सुपरवाइजर और नाइट ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को चोटें आयीं। कैदियों ने श्रमिकों के हथियार एवं अन्य सामग्री छीन ली। इसके बाद उन्होंने उन्हीं हथियार और औजारों से अन्य बैरकों के दरवाजें तोड़े तथा अन्य कैदियों को भी अपने साथ कर लिया। कैदी इसके बाद रसोई ब्लौक की तरफ भागे और वहां आग लगा दी। देखते-देखते आग अन्य बैरकों में भी फैल गयी।
प्रवक्ता ने कहा ,“इस घटना में तीन इमारत आग की चपेट में आ गयी। कैदी इतने में ही नहीं रूके। उन्होंने गैस सिलेंडरों से जेल के मुख्य प्रवेश द्वार और सुरक्षा दीवरों पर विस्फोट किये। इस दौरान कैदियों ने पथराव भी किये और सुरक्षा लाइटों और सीसीटीवी कैमरों तथा बिजली के खंभों को नुकसान पहुंचाया।”
उसने कहा कि स्थानीय पुलिस संज्ञान लेते हुए मैके पर पहुंची। इसके बाद प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। दमकल और आपात सेवा दल तुरंत पहुंचे लेकिन उन्हें घटना स्थल पर पहुंचने नहीं दिया गया। पुलिस और संबद्ध कर्मचारियों की तमाम कोशिशों के बावजूद रात भर झड़पें जारी रहीं और रविवार सुबह की उस पर नियंत्रण पाया जा सका।
पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है और अब इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन भी कर दिया गया है।