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एनडीपीएस मामलों को निष्कर्ष तक पहुंचाने का सीतारमण का आह्वान

एनडीपीएस मामलों को निष्कर्ष तक पहुंचाने का सीतारमण का आह्वान

नयी दिल्ली 05 दिसंबर (वार्ता) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राजस्व खुफिया निदेशालय के अधिकारियों से एनडीपीएस मामलों में मुख्य संचालकों और अपराधियों/वित्तपोषकों को पकड़ने और उन्हें उनके तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाने का आह्वान किया।

श्रीमती सीतारमण ने आज यहां केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के तत्वावधान में काम करने वाली शीर्ष तस्करी विरोधी खुफिया जांच एजेंसी, राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) के 65वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम एवं पुरस्कार वितरण समाराेह में यह आह्वान किया।

इस अवसर पर वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी के साथ ही राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के अध्यक्ष विवेक जौहरी, डीआरआई के महानिदेशक मोहन कुमार सिंह के साथ बोर्ड के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे। इसमें सीबीआईसी के पूर्व अध्यक्षों और सदस्यों, डीआरआई के पूर्व महानिदेशकों सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया। इस कार्यक्रम में लगभग 400 प्रतिभागियों ने भाग लिया और डीआरआई, सीबीआईसी, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और भारत सरकार के अन्यअधिकारियों के सैकड़ों उपस्थित लोगों की भागीदारी के साथ एक डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी किया गया।

वित्त मंत्री ने भारत में तस्करी रिपोर्ट 2021-22 को भी जारी किया जिसमें सोने की तस्करी, मादक औषधियों (नारकोटिक्स ड्रग्स) और (साइकोट्रोपिक पदार्थों, वन्यजीवों, वाणिज्यिक धोखाधड़ी और अंतर्राष्ट्रीय प्रवर्तन संचालन और सहयोग जैसे रुझानों का विश्लेषण किया गया है।

श्रीमती सीतारमण ने राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) और उसके अधिकारियों को उनके प्रदर्शन और सराहनीय सेवा के लिए बधाई दी। वित्त मंत्री ने डीआरआई और उसके अधिकारियों की पेशेवर उत्कृष्टता की सराहना की और कहा कि डीआरआई ने बेहतर लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रत्येक वर्ष अपने प्रदर्शन के स्तर में सुधार किया है। वित्त मंत्री ने कहा कि डीआरआई के अनुकरणीय प्रदर्शन ने अन्य प्रवर्तन एजेंसियों के लिए मानदंड को और ऊंचा कर दिया है। वित्त मंत्री ने कहा कि वह भारत में विशेष रूप से दवाओं और सोने की तस्करी का पता लगाने की बारीकी से निगरानी कर रही हैं।

श्रीमती सीतारमण ने डीआरआई की सराहना करते हुए कहा कि निदेशालय ने देश के 14 स्थलों में आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान 44,000 किलोग्राम से अधिक मादक दवाओं को नष्ट कर दिया और कहा कि यह डीआरआई के प्रदर्शन और शमता ताकत का एक असाधारण प्रदर्शन है। वित्त मंत्री ने आगे कहा कि अब उद्देश्य इन मामलों में मुख्य संचालकों और अपराधियों / वित्तपोषकों को गिरफ्तार करके औषधि और एनडीपीएस अधिनियम मामलों को उनके तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचाना होना चाहिए। वित्त मंत्री ने सोने और एनडीपीएस की तस्करी के खतरे का मुकाबला करने के लिए तस्करों से आगे रहने के लिए प्रौद्योगिकी अपनाने, निश्चित तरीके से काम करने, डेटा विश्लेषण और उनकी कार्यप्रणाली को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने शत्रुता रखने वाले तत्वों (एडवर्स प्लेयर्स) द्वारा डेटा की घुसपैठ को रोकने के लिए कड़ी निगरानी रखने पर भी जोर दिया।

इस अवसर पर मुंबई संभागीय इकाई की उप–निदेशक मिशाल क्वीनी डी'कोस्टा, और कोलकाता संभागीय इकाई के वरिष्ठ अधिकारी बिपुल बिस्वास को उनकी वीरता के अनुकरणीय कार्य के लिए 'वर्ष 2022 का डीआरआई वीरता पुरस्कार' प्रदान किया गया। भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और केंद्रीय उत्पाद शुल्क) के 1964 बैच के अधिकारी आर. गोपालनाथन को उनकी विशिष्ट और प्रतिबद्ध सेवा के लिए डीआरआई ' उत्कृष्ट सेवा सम्मान, 2022' से सम्मानित किया गया।

स्थापना दिवस समारोह के बाद 8वीं क्षेत्रीय सीमा शुल्क प्रवर्तन बैठक (आरसीईएम) का भी आयोजन किया गया, जिससे कि सहयोगी सीमा शुल्क संगठनों और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों जैसे विश्व सीमा शुल्क संगठन, ड्रग्स और अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (यूएनओडीसी) के साथ प्रभावी रूप से जुड़ सकें।

शेखर

वार्ता

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