मैक्सिको सिटी 19 अक्टूबर (वार्ता) केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज यहां मैक्सिको के वित्त एवं सार्वजनिक ऋण मंत्री डॉ. रोजेलियो रामिरेज़ डे ला ओ से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच आपसी व्यापार एवं निवेश बढ़ाने पर चर्चा की।
श्रीमती सीतारमण ने डॉ़ डे ला ओ को लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए बधाई दी तथा विवेकपूर्ण राजकोषीय नीतियों के अनुसरण में पिछले 6 वर्षों में मैक्सिकन अर्थव्यवस्था के मजबूत प्रदर्शन की भी सराहना की।
उन्होंने कहा कि भारत को मैक्सिको सरकार के साथ अपने अनुभव साझा करने तथा भारत के डिजिटल परिवर्तन के आधार पर सहयोग की संभावना तलाशने में खुशी होगी। भारत ने एक अरब से अधिक बैंक खातों, मोबाइल फोन तथा डिजिटल पहचान (आधार), एकीकृत भुगतान इंटरफेस (यूपीआई), अकाउंट एग्रीगेटर फ्रेमवर्क तथा प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) की नींव का लाभ उठाकर एक नई डिजिटल अर्थव्यवस्था का निर्माण करने, कमजोर वर्ग के साथ-साथ बड़े समाज को सशक्त बनाने में सफलता प्राप्त की है।
डॉ. डे ला ओ ने समग्र रूप से आबादी की मदद करने के लिए मैक्सिकन प्रशासन के आधारभूत स्तंभों को साझा किया। इनमें निम्न आय वाले परिवारों को सहायता, सार्थक बुनियादी ढांचे में विकास, आपूर्ति पक्ष के उपाय शामिल हैं जो राजकोषीय अनुशासन बनाए रखते हुए अत्यधिक लालफीताशाही से निटपने में मदद करते हैं।
श्रीमती सीतारमण ने सभी भारतीयों को बुनियादी सुविधायें कम से कम उपलब्ध कराने के मामले में भारत और मैक्सिको के बीच समानताएं बताईं - जैसे खाद्य सुरक्षा, आवास, बिजली, रसोई गैस, तकनीक-संचालित वित्तीय समावेशन, और आय का पूरक आदि। उन्होंने लगभग 1,500 पुराने कानूनों और विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 6,000 अनुपालन विनियमों को हटाकर बुनियादी ढांचे से संबंधित खर्च के साथ-साथ व्यापार करने में आसानी पर भारत के निरंतर ध्यान को भी साझा किया।
श्रीमती सीतारमण ने भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के माध्यम से इंडिया मैक्सकिो के बीच पारस्परिक रूप से लाभकारी साझेदारी का प्रस्ताव रखा और इस बात पर जोर दिया कि युवा नवोन्मेषी और प्रभावी समाधान लाने में सक्षम हैं, और विचारों के ऐसे आदान-प्रदान से दोनों देशों को मदद मिल सकती है।
शेखर
वार्ता