नयी दिल्ली, 05 फरवरी (वार्ता) लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि शिक्षा के जरिये ही सामाजिक परिवर्तन सम्भव है ।
श्री बिरला ने शुक्रवार को यहाँ आयोजित तीसरे दयानंद ऐंग्लो वैदिक ( डीएवी) यूनाइटेड समारोह के दौरान अपने संबोधन में महर्षि दयानंद सरस्वती के योगदान को याद करते हुए कहा कि दयानंद जी राष्ट्रवादी विचारधारा तथा सामाजिक प्रगति को दिशा प्रदान करने करने वाले व्यक्तित्व थे। उन्होंने कहा, “महर्षि दयानंद ने 1857 के स्वतंत्रता-संग्राम को नेतृत्व एवं दिशा प्रदान करने में अग्रणी भूमिका निभाई थी। उन्होंने स्वामी श्रद्धानंद, वीर सावरकर, राम प्रसाद बिस्मिल, लाला लाजपत राय और भगतसिंह, जैसे कई देशभक्तों को प्रेरित और प्रोत्साहित किया। दयानंद जी के विचार कालजयी हैं और आज भी हमें प्रेरित और प्रोत्साहित करते हैं।”
श्री बिरला ने कहा कि डीएवी देश के दूरदराज के क्षेत्रों में भी शिक्षा प्रदान करने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है और वंचित वर्ग को मुख्यधारा में लाने का प्रयास करते हुए राष्ट्र की प्रगति में महान योगदान दे रहा है।
समारोह में मौजूद वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने डीएवी संस्थानों द्वारा शिक्षा और विकास के क्षेत्र में किए जा रहे योगदान के लिए आभार व्यक्त किया। श्री ठाकुर ने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान शिक्षा प्राप्त करने और कक्षाओं में डिजिटलीकरण एक महत्वपूर्ण चुनौती बनकर उभरा है और सरकार ने इसको बेहतर करने के लिए कई पहल किए हैं।
उन्होंने देशवासियों से यह अपील की कि एक दूसरे के साथ बांटना ही एक दूसरे की देखभाल है, इसलिए विद्यार्थी भी दूसरों की सहायता करने के लिए अपनी पुस्तकों, टेबलेट, खेलकूद उपकरणों आदि का दान कर सकते हैं।
श्री ठाकुर ने डीएवी फाउंडेशन से भी इस अभियान में योगदान करने की अपील की।
समारोह में मौजूद खेल और युवा मामलों के मंत्री किरेन रिजीजू ने अपने संबोधन में कहा कि विश्व भर में भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि काफी बेहतर हुई है और हमारा देश और अधिक आत्मविश्वास के साथ पूर्ण राष्ट्र के रूप में उभरा है। उन्होंने भारत के युवाओं के आत्मविश्वास की सराहना की, जिन्होंने वैश्विक महामारी से निपटने की प्रक्रिया में अग्रणी भूमिका निभायी है।
श्री रिजीजू ने कहा कि देश के युवाओं के जज्बे को देखते हुए उन्हें पूरा विश्वास है कि युवा अपनी प्रतिबद्धता,नवोन्मेष, ज्ञान और ऊर्जा के जरिये आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करेंगे।
उन्होंने कहा कि खेलकूद के मामले में भारत को सशक्त बनाना और 2028 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों में शीर्ष 10 देशों में पहुंचाना सरकार का लक्ष्य है ।
इस समारोह का आयोजन डीएवी यूनाइटेड फाउंडेशन द्वारा किया गया था।
प्रणव, यामिनी
वार्ता