गुवाहाटी, 16 नवंबर (वार्ता) असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने लोकतांत्रिक समाज को मजबूत और स्वस्थ रखने के लिये एक सजग मीडिया की आवश्यकता पर जोर दिया है।
मुख्यमंत्री ने सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से सोमवार को आयोजित राष्ट्रीय प्रेस दिवस 2020 के राज्य स्तरीय कार्यक्रम के दौरान कहा कि मीडिया को सरकार को जनता के सामने जवाबदेह बनाना चाहिये और सरकार को सही दिशा में रखने के लिये रचनात्मक आलोचना आवश्यक है।
श्री सोनोवाल ने स्वीकार किया कि अन्य क्षेत्रों के साथ मीडिया क्षेत्र में भी बहुत सारी समस्यायें हैं और कोरोना वायरस महामारी ने इसे और प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पत्रकार बिरादरी के कल्याण के लिये कई कदम उठा रही है और भविष्य में इस तरह की और योजनाओं का शुभारंभ किया जायेगा। इस दौरान उन्होंने लॉकडाउन के समय 36 जिलों में अपनी यात्राओं का उल्लेख किया और मीडियाकर्मियों द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना की, जो उन्होंने उन यात्राओं के दौरान देखी।
मुख्यमंत्री ने कहा, “ महामारी के दौरान सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी वाले स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, दमकल विभाग और बिजली विभाग जैसी अन्य एजेंसियों के साथ मीडियाकर्मियों ने भी जनता के बीच सूचना के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और सरकार और जनता के बीच एक सेतु जैसा काम किया है। मेरा आग्रह है कि मीडिया संकट की इस स्थिति में डर और भ्रामक समाचारों पर अंकुश लगाये। ”
इस मौके पर मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार हृषिकेश गोस्वामी ने ‘ कलम तलवार से भी अधिक शक्तिशाली है ' की कहावत का उल्लेख करते हुये कहा कि मीडिया को अपनी शक्ति का उपयोग करते समय सावधानी बरतनी चाहिये, क्योंकि इसमें समाज के मार्गदर्शक की जिम्मेदारी भी निहित है।
सं.श्रवण
वार्ता