राज्य » अन्य राज्यPosted at: Feb 22 2021 7:30PM अध्यक्ष ने विश्वास प्रस्ताव की कार्यवाही का पालन नहीं किया: नारायणसामी
पुड्डुचेरी, 22 फरवरी (वार्ता) पुड्डुचेरी में मुख्यमंत्री पद से सोमवार को इस्तीफा दे चुके वी नारायणसामी ने आरोप लगाया कि विधानसभा अध्यक्ष वी. पर. शिवकोलोंथु ने सदन में उनकी ओर से पेश किये विश्वास प्रस्ताव के दिशा-निर्देशों का सही ढंग से पालन नहीं किया।
श्री नारायणसामी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने विश्वास प्रस्ताव पेश किया और सदन को संबोधित किया। इस बीच सरकार के सचेतक अनंतरमन ने अध्यक्ष से पूछा कि क्या मनोनीत सदस्यों को मतदान करने का अधिकार है? उन्होंने कहा कि जब मनोनीत सदस्य राष्ट्रपति के चुनाव में मतदान नहीं कर सकते तो फिर वे विश्वास प्रस्ताव में भी भाग नहीं ले सकते।
श्री नारायणसामी ने कहा कि चूंकि अध्यक्ष ने इस बात को स्वीकार नहीं किया जिसके बाद उन्होंने सदन का बहिर्गमन किया और राजनिवास जाकर अपना इस्तीफा सौंप दिया।
श्री नारायणसामी ने कहा कि वे सभी सदन से जब बहिर्गमन कर गये तो उसके तुरंत बाद ही अध्यक्ष ने घोषणा कर दी कि उनकी ओर से पेश विश्वास प्रस्ताव गिर चुका है जो कि समुचित दिशा-निर्देश के मुताबिक नहीं है। उन्होंने कहा कि इसके बजाय अध्यक्ष को इस प्रस्ताव पर मतदान कराना चाहिए था। यदि सत्ता पक्ष के सदस्य सदन से अनुपस्थित थे तब भी अध्यक्ष को प्रस्ताव के खिलाफ विपक्षी वोटों की गिनती करनी चाहिए थी और फिर इसके बाद प्रस्ताव के गिरने की घोषणा करनी चाहिए थी।
कांग्रेस नेता ने कहा कि अध्यक्ष की ओर से विश्वास प्रस्ताव के गिरने की घोषणा करना उचित नहीं था। उन्होंने कहा कि यह कानूनी मसला है जिसके लिए कानूनी विशेषज्ञों से संपर्क किया जा रहा है।
श्री नारायणसामी ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी, एन आर कांग्रेस और अन्नाद्रमुक पिछले साढ़े चार वर्षों से विधायकों की खरीद कर सरकार को गिराने के प्रयासों में लिप्त थे, जिन्हें उनकी सरकार ने नाकाम कर दिया था।
उन्होंने कहा कि पुड्डुचेरी के लोग बड़े गौर से घटनाक्रम को देख रहे हैं और वे अगले चुनावों में उचित विचारों के साथ मतदान करेंगे। उन्होंने कहा कि जब मई 2021 में होने वाले अगले चुनाव के बाद तमिलनाडु में द्रमुक-कांग्रेस सरकार का नेतृत्व करेंगी उसी समय पुड्डुचेरी में कांग्रेस-द्रमुक सरकार भी पदभार ग्रहण करेगी।
संजय.श्रवण
वार्ता