रांची 15 जुलाई (वार्ता) झारखंड की महिला, बाल विकास और सामाजिक सुरक्षा मंत्री डॉ. लुईस मरांडी ने आज कहा कि सरकार का बालश्रम और तस्करों के चंगुल से मुक्त कराये गये बच्चों एवं महिलाओं के पुनर्वास पर विशेष जोर है।
डॉ. मरांडी ने यहां संवाददाता सम्मेलन में महिला, बाल विकास और सामाजिक सुरक्षा विभाग की उपलब्धियों गिनवाते हुये कहा कि सरकार का बालश्रम और तस्करों के चंगुल से मुक्त कराये गये बच्चों एवं महिलाओं के पुनर्वास पर विशेष जोर है। ऐसे बच्चों और महिलाओं के पुनर्वास के लिए नई दिल्ली औऱ रांची में रिहैबिटेशन रिसोर्स सेंटर खोले गए हैं। उन्होंने बताया कि बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ के अंतर्गत बालिकाओं को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से सशक्त बनाया जा रहा है।
मंत्री ने बताया कि महिलाओं के कौशल विकास, रोजगार, डिजिटल साक्षर, स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी जानकारी देने के लिए महिला शक्ति केंद्र खोले गए हैं। उन्होंने बताया कि वन स्टॉप सेंटर के तहत हिंसा से पीड़ित महिलाओं को चिकित्सीय सहायता, परामर्श, कानूनी सहायता, पुलिस सहायता और अल्पावास की सुविधा दी जाती है। अभी ये सेंटर रांची, धनबाद और पूर्वी सिंहभूम में संचालित हैं और इसे सभी जिलों में खोलने की प्रक्रिया चल रही है।
सूरज सतीश
जारी (वार्ता)