नयी दिल्ली 15 अक्टूबर (वार्ता) भारती एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष एवं भारती एयरटेल के संस्थापक सुनील भारती मित्तल ने उपग्रह संचार के लिए भी मोबाइल की तरह ही शुल्क और स्पेक्ट्रम नीलामी किये जाने की मांग करते हुए मंगलवार को कहा कि भारत पिछले 20-30 सालों में विनिर्माण की दौड़ में चीन और दुनिया के अन्य हिस्सों से पिछड़ गया था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने कार्यकाल में व्यापक पैमाने पर काम किया है और अब भारत न सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक बल्कि सेमीकंडक्टर का विनिर्माण हब बनने की राह पर है।
श्री मित्तल ने यहां आईटीयू डबल्यूटीएसए तथा इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) के शुभारंभ के अवसर पर श्री मोदी की उपस्थिति में यह मांग की और कहा कि प्रधानमंत्री के आह्वान का नतीजा यह हुआ कि आज भारत एक प्रमुख विनिर्माण केंद्र बन गया है। उत्पादकता से जुड़े प्रोत्साहन कार्यक्रम (पीएलआई) के समर्थन के साथ-साथ सबसे जटिल प्रक्रिया की शुरुआत हुई है, जिसे किसी अन्य देश ने वास्तव में उस तरीके से शुरू नहीं किया है, जिस तरह से भारत ने विश्वसनीय स्रोतों और विश्वसनीय उत्पादों की शुरुआत की है। आज, इस देश में आने वाला हर उपकरण दूरसंचार पर राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की विस्तृत नज़र से गुज़रता है। हर स्रोत, हर उत्पाद, भारत के नेटवर्क का हर उपकरण जो किसी देश को जोड़ता है, विश्वसनीय नेटवर्क और विश्वसनीय उत्पादों की कठोर परीक्षा से गुज़रता है। यह मौलिक विकास है, जिसका अन्य देशों को बहुत तेज़ी से अनुसरण करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा, “एयरटेल भारत की दूरसंचार क्रांति में सबसे आगे रहा है। मुझे खुशी है कि एयरटेल ने भारत का पहला एंटी-स्पैम नेटवर्क लॉन्च करने की पहल की। अब हम उद्योग के साथ और दूरसंचार विभाग के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि हमारे लोग, जब वे इन नेटवर्क का उपयोग कर रहे हैं और उन सभी सेवाओं का आनंद ले रहे हैं, तो वे सुरक्षित और संरक्षित हैं। प्रधानमंत्री जी, एयरटेल एक बहुत शक्तिशाली भारत के निर्माण के आपके विजन में अपनी भूमिका निभाएगा।”
शेखर, यामिनी
वार्ता