नयी दिल्ली, 8 नवंबर (वार्ता) कांग्रेस ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा महासचिव प्रियंका गांधी को मिली विशेष सुरक्षा दल (एसपीजी) सुरक्षा हटाने को राजनीतिक बदले की भावना से लिया गया फैसला करार दिया है और दावा किया है कि यह निर्णय सुरक्षा एजेंसियों के गांधी परिवार को खतरा बताने के बावजूद लिया गया है।
कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल तथा पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला ने शुक्रवार को यहां पार्टी मुख्यालय में आयोजित विशेष संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा गृह मंत्री अमित शाह की जोड़ी ने प्रतिशोध की भावना से लिया है और उनका यह निर्णय गांधी परिवार के सदस्यों के जीवन के साथ खिलवाड़ है।
उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात यह है कि खुद सरकार की सुरक्षा एजेंसियों ने गांधी परिवार के सदस्यों के जीवन को खतरा बताया है। इन एजेंसियों ने पिछले दो साल में चार बार कहा कि श्री गांधी को उग्रवादी, नक्सलवादी, इस्लामिक तथा खालिस्तानी जैसे कई संगठनों से खतरा है। सुरक्षा एजेंसियों ने भी खुद श्री राहुल गांधी को इस संबंध में पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि गांधी परिवार के दो सदस्यों पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी तथा राजीव गांधी की हत्या हुई थी। तत्कालीन प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रतापसिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की एसपीजी सुरक्षा हटायी थी और उसके बाद सरकारी एजेंसियों की विफलता के कारण श्री गांधी की हत्या हुई। उन्होंने कहा कि यही गलती अब मोदी-शाह की जोड़ी व्यक्तिगत नफरत, बदले की आग और राजनीतिक प्रतिशोध में अंधे होकर कर रही है और कानून, प्रजातंत्र तथा सार्वजनिक जीवन की मर्यादाओं को भूलकर निर्णय लिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति जे एस वर्मा आयोग ने भी कहा था कि श्री राजीव गांधी की हत्या की पूरी जानकारी आईबी को थी। इसमें सूचनाओं का आदान प्रदान ठीक से नहीं हुआ। सतर्कता विभाग तथा गृह मंत्रालय की चूक के कारण श्री गांधी की हत्या हुई थी।
अभिनव संजीव
वार्ता