अहमदाबाद, 29 सितंबर (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरूवार को कहा कि खेल हजारों वर्षो से भारत की धरोहर और विकास यात्रा का हिस्सा रहे हैं।
श्री मोदी ने आज यहां नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 36वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन करते देश की सभ्यता और संस्कृति के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा, “खेल हजारों वर्षों से भारत की विरासत और विकास यात्रा का हिस्सा रहा है। आज़ादी के अमृतकाल में देश इस परंपरा को गर्व के साथ पुनर्जीवित कर रहा है। देश के प्रयास और उत्साह केवल एक खेल तक सीमित नहीं हैं, बल्कि ‘कलारीपयट्टू’ और योगासन जैसे भारतीय खेल भी महत्व प्राप्त कर रहे हैं। मुझे खुशी है कि इन खेलों को राष्ट्रीय खेलों जैसे बड़े आयोजनों में शामिल किया गया है।”
उन्होंने इन खेलों का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों से कहा, “मैं एक बात विशेष रूप से कहना चाहता हूं। आप एक तरफ हजारों साल पुरानी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं, साथ ही साथ खेल जगत के भविष्य को नेतृत्व दे रहे हैं। आने वाले समय में जब इन खेलों को वैश्विक पहचान मिलेगी तो आपका नाम इन क्षेत्रों में लीजेंड के तौर पर लिया जाएगा।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन पर उत्साहजनक माहौल शब्दों से परे है। उन्होंने कहा कि 7000 से अधिक एथलीट, 15000 से अधिक प्रतिभागी, 35000 से अधिक कॉलेज, विश्वविद्यालय और स्कूल एवं 50 लाख से अधिक छात्रों का राष्ट्रीय खेलों से सीधा जुड़ाव अद्भुत और अभूतपूर्व है।
उन्होंने कहा कि एथलीटों के चेहरे पर चमक रहा आत्मविश्वास भारतीय खेलों के आने वाले स्वर्ण युग का अग्रदूत है। उन्होंने इतने कम समय में इतना बड़ा कार्यक्रम आयोजित करने के लिए गुजरात के लोगों की क्षमता की भी प्रशंसा की।
उन्होंने बुधवार को आयोजित ड्रोन शो के बारे में कहा, “अहमदाबाद में जिस तरह का शानदार, भव्य ड्रोन शो हुआ, वो देखकर तो हर कोई अचंभित है, गर्व से भरा हुआ है। टेक्नोलॉजी का ऐसा सधा हुआ इस्तेमाल गुजरात और भारत को नई ऊंचाई पर ले जाएगा”
उन्होंने कहा कि सरदार पटेल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में फुटबाल, हॉकी, बास्केटबॉल, कबड्डी, बॉक्सिंग और लॉन टेनिस जैसे अनेकों खेलों की सुविधा एक साथ उपलब्ध है। यह एक तरह से पूरे देश के लिए एक मॉडल है। उन्होंने कहा कि इस समय नवरात्रि का पावन अवसर भी चल रहा है और मां दुर्गा की उपासना से लेकर गरबा तक गुजरात की अपनी अलग ही पहचान है।
उन्होंने कहा, “जो खिलाड़ी दूसरे राज्यों से आए हैं, उनसे मैं कहूंगा कि खेल के साथ ही यहां नवरात्रि आयोजन का भी आनंद जरूर लीजिये।”
श्री मोदी ने राष्ट्रीय जीवन में खेलों के महत्व पर बल देते हुए कहा, “खेल के मैदान में खिलाड़ियों की जीत, उनका दमदार प्रदर्शन अन्य क्षेत्रों में भी देश की जीत का मार्ग प्रशस्त करता है। खेलों की सॉफ्ट पावर देश की पहचान और छवि को कई गुना बढ़ाती है।”
उन्होंने कहा, “मैं अक्सर अपने खेल से संबंधित दोस्तों को बताता हूं कि सफलता कार्रवाई से शुरू होती है। यानी जिस क्षण आप शुरुआत करते हैं, उसी क्षण सफलता भी शुरू हो जाती है। अगर आपने आगे बढ़ने की भावना को नहीं छोड़ा है, तो जीत आपका पीछा करती रहती है।”
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय खेलों का आयोजन पहली बार गुजरात में हो रहा है। यह 29 सितंबर से 12 अक्टूबर 2022 तक आयोजित किये जाएंगे। देश भर के लगभग 15,000 खिलाड़ी, कोच और अधिकारी 36 खेल विषयों में भाग लेंगे, जिससे यह अब तक का सबसे बड़ा राष्ट्रीय खेल बन जाएगा। खेल प्रतियोगितायें अहमदाबाद, गांधीनगर, सूरत, वडोदरा, राजकोट और भावनगर के छह शहरों में आयोजित की जायेंगी।
शादाब राम
वार्ता