नयी दिल्ली, 14 नवंबर ( वार्ता ) खेल मंत्रालय ने अगले चार वर्षों में 'खेलो इंडिया' योजना के तहत 500 निजी अकादमियों को आर्थिक सहायता देने के लिये नये प्रोत्साहन ढांचे का एलान किया है।
इस योजना के तहत निजी अकादमियों को उनके प्रशिक्षित खिलाड़ियों की गुणवत्ता और उपलब्धि, अकादमी में उपलब्ध कोचों के स्तर, संबद्धित बुनियादी ढांचे, खेल विज्ञान सुविधाओं और कर्मचारियों की उपलब्धता के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में बांटा जाएगा।
इसके लिये 2028 ओलंपिक के मद्देनजर प्राथमिकता के तौर पर चुने गए 14 खेलों को पहले चरण में शामिल किया गया है ।
खेल मंत्री किरेन रीजीजू ने इस मौके पर कहा, ‘‘देश के विभिन्न हिस्सों में बहुत सारी छोटी अकादमियां हैं जो एथलीटों की पहचान और प्रशिक्षण की दिशा में अच्छा काम कर रही हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस कदम का उद्देश्य सभी अकादमियों, विशेषकर निजी अकादमियों को प्रोत्साहित करना है और बुनियादी ढांचे व संसाधनों के स्तर में सुधार जारी रखना है।’’
ओलंपिक पदक विजेता और भारतीय निशानेबाज गगन नारंग ने कहा ,‘‘ इससे निजी अकादमियों का मनोबल बढाने की दिशा में मदद मिलेगी। इससे अकादमियां विश्व स्तरीय आधारभूत संरचना तैयार करने की दिशा में आगे बढ़ेंगी।’’
राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने सरकार और भारतीय खेल प्राधिकरण को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह खेल को आगे बढ़ाने की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।
शुभम
वार्ता