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एसएसपी ने लिया गुब्बारे वाले के बेटे की पढाई का जिम्मा

एसएसपी ने लिया गुब्बारे वाले के बेटे की पढाई का जिम्मा

इटावा , 04 जुलाई (वार्ता) उत्तर प्रदेश में इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष मिश्रा ने दिव्यांग गुब्बारे बेचने वाले के मासूम बेटे की पढ़ाई का जिम्मा लेकर पुलिस मित्र की अनूठी मिसाल प्रस्तुत की है।

दरअसल,श्री मिश्रा रविवार शाम नियमित गश्त पर थे कि इस दौरान उनकी निगाह ने डा राममनोहर लोहिया पार्क के पास ट्राई साइकिल पर सवार एक गुब्बारे बेचने वाले पर पड़ी जो अपने पुत्र के साथ गुब्बारे बेचने में मशगूल था। मेहराज उर्फ छुटटन भारी भरकम पुलिस दल को देखते ही सहम गया। उसे लगा कि कहीं मुझे यहॉ से हटने को न कह दें लेकिन एसएसपी ने पास खड़े पुत्र को पुचकारते हुये उसका नाम पूछा ताे उसने बड़ी ही मासूमियत से अपना नाम सुहेल बताया।

एसएसपी ने उसके पिता की तरफ़ देखते हुये पूछा “ बेटा तुम कौनसी क्लास में पढ़ते हो।” इस पर सुहेल के बोलने से पहले पिता तपाक से बोला कि साहब ये पढ़ने नहीं जाता। एसएसपी ने कहा कि इसकी तो उम्र पढ़ने की है, फिर भेजते क्यूॅ नहीं है। मेहराज ने कहा “ साहब हमारा पेट भर जाता है ।बस इतना ही कमा पाता हूँ ।”

श्री मिश्रा ने उससे कहा “ आपका बेटा कल से पढ़ने जाएगा । इसका एडमिशन पुलिस माडर्न स्कूल में कराइए, इसे जो भी ज़रूरत पड़ेगी उसे वो अपने स्तर से पूरा करेगे । बुधवार को सोहेल का दाखिला कक्षा चार मे पुलिस मार्डन स्कूल मे करवा दिया गया । एसएसपी के निर्देश पर इस मासूम को पढने के लिए जहॉ किताबे बुधवार को दिलावा ही दी गई थी वही गुरूवार को एसएसपी के निर्देश पर एक दरोगा उसको स्कूल की ड्रेस भी दिलवा लाया ।

मेहराज और उसका परिवार पुलिस अधिकारी की दरियादिली से बेहद खुश है। उसने कहा “ मेरे परिवार के लिये एसएसपी साहब खुदा बनकर आये है। उन्होने कहा कि वो जल्द ही ज़िला प्रशासन से बात कर प्रधानमंत्री सरकारी आवास योजना में एक घर का इंतज़ाम करवायेगे । ”

गौरतलब है कि वर्ष 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी संतोष मिश्रा ने आईपीएस बनने के लिए अमेरिका में क़रीब 50 लाख का पैकेज छोड़ा था। इनकी सादगी कर पुलिस विभाग भी क़ायल बना हुआ है।

सं प्रदीप

वार्ता

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