लखनऊ 19 मई (वार्ता) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क सुरक्षा के नियमों का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश देते हुये कहा कि परिवहन विभाग डग्गामार वाहनों तथा ओवरलोडिंग पर प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित करे।
परिवहन विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुये श्री योगी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं और इसमें होने वाली जन-धन हानि को रोकने के लिये सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन कड़ाई से किया जाये। परिवहन विभाग, नोडल विभाग के रूप में कार्य करते हुए पुलिस, शिक्षा, लोक निर्माण, चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य और चिकित्सा विभाग के साथ तालमेल बैठाते हुये सड़क सुरक्षा और मार्ग दुर्घटनाओं के नियंत्रण के सम्बन्ध में प्रभावी कार्यवाही करे।
उन्होने कहा कि इस काज में युवक मंगल दल, नेहरू युवा केन्द्र, एनसीसी, एनएसएस, नागरिक सुरक्षा संगठन तथा अन्य स्वयंसेवी संगठनों का भी सहयोग लिया जा सकता है। उन्होंने हेलमेट और सीट बेल्ट की व्यवस्था पुख्ता बनाते हुये ओवर स्पीडिंग और ड्रंकेन ड्राइविंग पर भी नियंत्रण किए जाने की बात कही।
श्री योगी ने वाहनों की फिटनेस, उनके परमिट और चालकों की फिटनेस को लेकर कहा कि वाहन चालकों का स्वास्थ्य परीक्षण समय-समय पर कराया जाता रहे। उन्होंने एक्सप्रेस-वे और राज्य मार्गों पर तेज गति से चलने वाले वाहनों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं के भी प्रभावी नियंत्रण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक के सामान्य नियमों की जानकारी और अनुपालन से बड़ी संख्या में दुर्घनाओं को रोका जा सकता है।
उन्होंने स्कूली बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूली बसों में इमरजेंसी एक्जिट की व्यवस्था, एलपीजी वाहनों के संचालन पर रोक लगाने, सीट बेल्ट की व्यवस्था किए जाने, शैक्षिक संस्थान एवं निजी स्कूल बस आपरेटरों के वाहनों की आयु सीमा समान किए जाने की भी बात कही। उ
प्रमुख सचिव परिवहन आरके सिंह ने कहा कि वर्ष 2018-19 के मुकाबले वर्ष 2019-20 में राजस्व प्राप्ति में वृद्धि हुई है। परिवहन विभाग द्वारा प्रवर्तन कार्यों के साथ-साथ ओवरलोडिंग तथा डग्गामार वाहनों के सम्बन्ध में प्रभावी कार्रवाई की गई है। वर्ष 2019-20 में जांच किए गए स्कूली वाहनों की संख्या 61,549 रही। वर्ष 2019-20 में सड़क दुर्घटनाओं में वर्ष 2018-19 की अपेक्षा कमी आयी है।
प्रदीप
वार्ता