Tuesday, Apr 23 2024 | Time 17:22 Hrs(IST)
image
राज्य


विश्वविद्यालय में वित्तीय कुप्रबंधन के अारोप में कुलपति ए. एस. पांडेय को हटाने की मांग लेकर आंदोलन किया गया था जिसके बाद संस्थान ने उनके खिलाफ जांच के आदेश देकर और उन्हें निलंबित कर छुट्टी पर भेज दिया गया था। प्रोफेसर पांडेय के खिलाफ जांच शुरू हो गयी थी और उन्हें समिति के सामने पेश होने का आदेश दिया गया था।
प्रोफेसर पांडेय ने अपने निलंबन और छुट्टी पर जाने के बाद एक रजिस्ट्रार और प्रति उपकुलपति की नियुक्ति कर दी। कुलपति अपने निलंबन के दौरान प्रति उपकुलपति की नियुक्ति नहीं कर सकता। इसी तरह रजिस्ट्रार की नियुक्ति भी छुट्टी पर रहते हुए नहीं की जा सकती।
विश्वविद्यालय को तीन महीने तक बंद करने के बाद यहां माहौल शांत हो गया था लेकिन केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय ने प्रोफेसर पांडेय द्वारा नियुक्त दोनों अधिकारियों को अपना पदभार ग्रहण करने का निर्देश दे दिया। पुलिस द्वारा कुलप्रति के कार्यालय की सील तोड़ने के बाद प्रोफेसर के. युगिंद्रो ने प्रति कुलपति का पदभार ग्रहण कर लिया था लेकिन विश्वविद्यालय के छात्र और कर्मचारी प्रोफेसर पांडेय के खिलाफ जांच पूरी होने तक उनके कार्यालय को सील रखे जाने के पक्षधर थे ताकि दस्तावेजों के साथ किसी तरह की छेड़छाड़ न हो।
रजिस्टार प्रोफेसर एम. श्यामकेशो ने भी पदभार ग्रहण कर लिया। प्रति उपकुलपति का कहना है कि उन्होंने मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निर्देश पर पदभार ग्रहण किया है।
दिनेश.श्रवण
वार्ता
More News
लोकसभा चुनाव में बाड़मेर-जैसलमेर संसदीय क्षेत्र में त्रिकोणीय मुकाबले की स्थिति

लोकसभा चुनाव में बाड़मेर-जैसलमेर संसदीय क्षेत्र में त्रिकोणीय मुकाबले की स्थिति

23 Apr 2024 | 5:17 PM

बाड़मेर 23 अप्रैल (वार्ता) राजस्थान में लोकसभा चुनाव में सीमांत बाड़मेर-जैसलमेर संसदीय क्षेत्र में इस बार विधायक रविन्द्र सिंह भाटी के निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में उतर जाने से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी एवं केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी और कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल के साथ त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार नजर आ रहे हैं।

see more..
image