Saturday, Apr 20 2024 | Time 15:44 Hrs(IST)
image
राज्य


--------------

पंजाब तथा हरियाणा में हो रही बारिश से धान की पकी खड़ी फसल सहित कुछ अन्य फसलों पर बुरा असर पड़ा है ।
हरियाणा के कैथल ,अंबाला ,सिरसा ,हिसार और इसके आसपास के इलाकों में तेज बरसात से खरीफ की फसल को नुकसान पहुंचा है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अगले तीन दिनों तक भी ऐसा ही मौसम बना रहेगा और भारी बारिश की संभावना जताई गई है। कृषि विभाग के अधिकारियों के मुताबिक आज हुई इस बारिश से खरीफ की फसल को कई स्थानों पर भारी नुकसान पहुंचा है। धान की पकी हुई फसल जमीन पर बिछ गई है। नरमा कपास के टिंडे व फूल टूटकर जमीन पर आ गिरे हैं। चुगाई योग्य नरमा भी रेन टच होकर डिसकलर हो गया है। जिन खेतों में पानी निकासी का इंतजाम नहींं है वहां ज्यादा नुकसान का समाचार है। बरसात से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है।
फतेहाबाद के आजाद नगर में बारिश में एक मकान की छत गिरने से परिवार के मुखिया, उसकी पत्नी, बेटा व बेटी घायल हो गए। चारों को आस पड़ोस के लोगों के तुरंत अस्पताल पहुंचाकर इलाज उपलब्ध कराया। हिसार में आज दिन का अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों तक प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसी के मद्देनजर फतेहाबाद के डीसी डा.जेके अभीर ने सभी विभागाध्यक्षों को अलर्ट जारी कर दिया है। इस अलर्ट में डीसी ने 25 सितंबर तक क्षेत्र में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
उन्होंने फतेहाबाद जिले में बाढ़ व आपदा प्रबंधन में जुड़े अधिकारियों को मशीनरी तैयार रखने को कहा है। हरियाणा के कई जिलों में ग्वार,मक्का,बाजरा,व नरमा की फसल पूरे पकाव पर हैं। बारिश का इन फसलों पर बुरे प्रभाव के चलते उत्पादन प्रभावित होगा । बारिश के कारण खेतों में ग्वार,मक्का व बाजरा कटाई के साथ-साथ नरमा-कपास चुगाई का काम ठप हो गया। किसान खेतों की बजाय घरों में ही डटे रहे।सिरसा उत्तर भारत में सर्वाधिक कपास पैदा करने वाला जिला है।
सिरसा की कपास का रेशा अच्छा होने के कारण विदेशों विशेषकर पाकिस्तान में इसकी खूब मांग रहती है। बारिश से कपास की क्वालिटी व वजन दोनेां पर ही विपरित प्रभाव माना जा रहा है। पंजाब में भी भारी बारिश से धान की फसल को नुकसान पहुंचा । पहली अक्तूबर से धान की खरीद शुरू होने वाली है तथा बारिश ने सब खेल चौपट कर दिया 1 खरीद अब करीब एक सप्ताह के लिये टल गयी 1 कई जगहों पर धान की लहलहाती फसल बिछ जाने से किसानों के चेहरे मुरझा गये हैं ।
शर्मा विजय
वार्ता
image