लखनऊ, 21 नवम्बर (वार्ता) उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेश टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने मृत व्यक्तियों का बीमा कराने तथा बंद पड़े बैक खातों का ‘यूजर आईडी’ प्राप्त कर रूपया फर्जी नाम पते पर खोले गये बैंक खातों में साफ्टवेयर के माध्यम से पैसा ‘ट्रांसफर’ कराकर ठगी करने वाला गिरोह के चार सदस्यों को मुरादाबाद से गिरफ्तार किया है।
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजीव नारायण मिश्र ने गुरुवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय से मृत व्यक्तियों का बीमा कराने और बैंक कर्मियों की मदद से, बंद पडे बैक खातों की जानकारी प्राप्त कर फर्जी नाम पते पर खोले गये बैंक खातों से साफ्टवेयर के माध्यम से रूपया ‘ट्रांसफर’ कराने वाले, क्रेडिट कार्ड व डेबिट कार्ड का ‘डेटा’ निकालकर मार्केट मे बेचने वालेे गिरोह के सक्रिय होने की सूचनायें मिल रही थीं, जिसके परिपेक्षय में उन्होंने एसटीएफ मुख्यालय मे साइबर टीम को अभिसूचना संकलन और कार्रवाई के लिए लगाया था।
उन्होंने बताया कि इसी क्रम मे साइबर टीम ने अभिसूचना संकलन की कार्रवाई प्रारम्भ कर दी। अभिसूचना
संकलन के माध्यम से पता चला कि मुरादाबाद स्थित बजाज एलियांज लाइफ इंश्योरेंश के शाखा प्रबंधक विनीत कुमार यादव ने ठाकुरद्वारा थाने में 12 मृत लोगों को जीवित दिखाकर उनके नाम पर जीवन बीमा कराया गया है और साथ ही यह भी उल्लेख किया गया कि मुरादाबाद के आसपास एक गिरोह सक्रिय है, जो कम्पनी के कुछ कर्मचारियों के साथ मिलकर कूट रचित दस्तावेजों के माध्यम से मृत व्यक्तियों का बीमा कराकर फर्जी नाम पते पर खोले गये बैंक
खातों मे ‘क्लेम’ करवा रहा है।
श्री मिश्र ने बताया कि इस सूचना पर बुधवार शाम एसटीएफ की साइबर टीम ने मुरादाबाद के मझोला इलाके से ठगी करने वाले गिरोह के चार सदस्यों मुरादाबाद निवासी हरिओम सैनी (पूर्व सेल्स मैनेजर बजाज एलियांज लाइफ इंश्योरेंश कम्पनी ) प्रमोद कुमार (पूर्व सेल्स मैनेजर बजाज एलियांज लाइफ इंश्योरेंश कम्पनी ),अंकित चौधरी और अमरोहा निवासी जन सेवा केन्द्र संचालक अनुज कुमार को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से तीन लैपटाप,पांच मोबाइल फोन, कलर प्रिंटर, लगभग 100 पेज कूट रचित दस्तावेज ,मृत्यु प्रमाण पत्र व बैंक खाता खोलने सम्बन्धित प्रपत्र आदि बरामद किए गये।
त्यागी
जारी वार्ता