मुम्बई, 01 फरवरी (वार्ता) लोकसभा चुनाव से पहले किसानों और मध्यम आयवर्ग के लिये की गयी अंतरिम बजट की घोषणायें निवेशकों के लिये राहत भरी रहीं जिससे घरेलू शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को हरे निशान में बंद हुये।
शेयर बाजार में शुरूआत से ही तेजी रही लेकिन बाद में वेदांता लिमिटेड के कारण इस पर ग्रहण लग गया और एक समय 500 अंक से अधिक की छलांग लगाने वाला बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 212.74 अंक की बढ़त के साथ 36,469.43 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 62.70 अंक की तेजी के साथ 10,893.65 अंक पर बंद हुआ।
विदेशी बाजारों से मिले मिलेजुले संकेतों के बीच सेंसेक्स बढ़त के साथ 36,311.74 अंक पर खुला। अंतरिम बजट में आयकर छूट सीमा बढाकर पांच लाख रुपये करने अौर दो हेक्टेयर तक की जोत वाले किसानों को हर साल छह हजार रुपये की मदद दिये जाने की घोषणा से निवेशकों का उत्साह बढ़ा जिससे सेंसेक्स 521.45 अंक यानी 1.44 फीसदी की तेज छलाँग लगाकर 36,778.14 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। वेदांता के शेयरों के करीब 20 फीसदी की गिरावट के साथ ढाई साल के निचले स्तर पर आने से सेंसेक्स लुढ़कता हुआ 36,221.32 अंक के दिवस के निचले स्तर पर आ गया। अंतत: यह गत दिवस की तुलना में 0.59 प्रतिशत की तेजी के साथ 36,369.43 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की 30 में से 22 कंपनियां हरे निशान में और आठ लाल निशान में रहीं।
वेदांता की इकाई कैयर्न इडिया होल्उिंग लिमिटेड के अफ्रीका की खनन कंपनी एंग्लो अमेरिकन में 20 करोड़ डॉलर के निवेश की खबरों से कंपनी के शेयरों में आज सबसे अधिक बिकवाली रही। कंपनी के शेयरों में सर्वाधिक 17.82 प्रतिशत की गिरावट रही।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने आज अंतरिम बजट 2019-2020 में छोटे तथा सीमांत किसानों की मदद के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि बनाने की घोषणा की, जिसके तहत दो हेक्टेयर तक की जोत वाले किसानों को सालाना छह हजार रुपये की मदद दी जायेगी। यह योजना 01 दिसंबर 2018 से लागू मानी जायेगी। इसके तहत मदद की राशि सीधे किसानों के खाते में जमा की जायेगी। इसका पूरा खर्च केंद्र सरकार उठायेगी। यह राशि दो-दो हजार रुपये की तीन बराबर किस्तों में दी जायेगी। पहली किस्त जल्द ही किसानों के खाते में भेज दी जायेगी। सरकार के अनुसार, इससे करीब 12 करोड़ किसान परिवारों को लाभ मिलेगा और सरकारी खजाने पर सालाना करीब 75 हजार करोड़ रुपये का बोझ आयेगा।
इसके अलावा सरकार ने नौकरीपेशा तथा कम आमदनी वाले लोगों को बड़ी राहत देते हुये आयकर छूट की सीमा बढ़ाकर पाँच लाख रुपये कर दी है जिससे करीब तीन करोड़ करदाताओं को लाभ होगा। इससे करदाताओं को 18,500 करोड़ रुपये की बचत होगी। भविष्य निधियों तथा अन्य कर छूट वाले निवेश को मिलाकर 6.5 लाख रुपये तक की व्यक्तिगत आय पर कोई आयकर नहीं देना पड़ेगा। इसके अलावा मकान ऋण, स्वास्थ्य के मद में खर्च आदि पर मिलने वाली छूट को जोड़ते हुये यह सीमा और बढ़ सकती है। इससे करीब तीन करोड़ आयकरदाता लाभांवित होंगे।
अर्चना/शेखर
जारी वार्ता