जयपुर, 19 जून (वार्ता) राजस्थान के उद्योग एवं राजकीय उपक्रम मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा है कि राज्य के स्टोन उद्योग की विश्वव्यापी पहचान को और अधिक विस्तारित करते हुए इस क्षेत्र में विदेशी निवेश बढ़ाने, निर्यात को बढ़ावा देने और मूल्य संबर्द्धन के प्रयासों को और अधिक गति दी जाएगी।
उद्योग भवन में ग्यारवें इंडियन स्टोन मार्ट के आयोजन के लिए रीको, सीडॉस और फिक्की के बीच हुए एमओयू पर हस्ताक्षर के अवसर पर मौजूद श्री मीणा ने कहा कि ग्यारहवें इंडिया स्टोन मार्ट में देशी विदेशी निवेशकों की पहले से अधिक भागीदारी तय की जाएगी जिससे प्रदेश के स्टोन उद्योग को और अधिक लाभ मिल सके।
उन्होंने कहा कि राज्य में नई उद्योग नीति के साथ ही निवेश का इस तरह का वातावरण तैयार किया जा रहा है जिससे प्रदेश में अधिक से अधिक छोटे-बड़े उद्योग लगे, निवेशक आगे बढ़कर निवेश करे, रोजगार के नए अवसर विकसित हो और औद्योगिक निवेश की दृष्टि से राजस्थान देश का अग्रणी प्रदेश बने।
श्री मीणा ने बताया कि राज्य में नया अध्यादेश लाकर निवेशकों को उद्योग मित्र पोर्टल पर आवेदन कर एकनोलेजमेंट प्राप्त कर उद्योग शुरु करने का अवसर दिया गया है। इस तरह की क्रान्तिकारी निवेशोन्मुखी सुविधा देने वाला राजस्थान देश में पहला प्रदेश है। उन्होंने बताया कि औद्योगिक माहौल बनाने की इस पहल को जारी रखा जाएगा।
इस अवसर पर रीको के प्रबंध संचालक गौरव गोयल ने बताया कि ग्यारहवें इंडियन स्टोन मार्ट को ओर अधिक विस्तार देते हुए इस आयोजन में अन्य देशों की भागीदारी बढ़ाई जाएगी। उन्होंने बताया कि स्टोन मार्ट के दसवें एडिसन में भी नया कीर्तिमान स्थापित किया गया, देश के विभिन्न प्रदेशों के साथ ही सात देशों ने इसमें हिस्सा लिया और करीब 1850 करोड़ रुपए की बिजनस इंक्वारी रही। उन्होंने बताया कि संभवतः स्टोन मार्ट ऐसा आयोजन है जिसमें वैश्विक भागीदारी के साथ ही लाभदायकता रहती है। दुनिया भर के बायर-सैलरों की प्रत्यक्ष भागीदारी रहती है।