नयी दिल्ली 21 मई (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक छोटी पाॅल नौका आईएनएस तारिणी में समुद्र के रास्ते दुनिया का चक्कर लगाने वाली नौसेना की छह जांबाज अफसरों को आज स्वदेश लौटने पर सफल अभियान के लिए बधाई दी।
श्री मोदी ने टि्वट किया , “ आईएनएसवी तारिणी में दुनिया का चक्कर लगाने वाले नौसेना की अफसरों के दल को सफल अभियान के लिए हार्दिक बधाई। स्वदेश में स्वागत। समूचे देश को अाप पर गर्व हैॅ। ”
इस साहसिक और विरले अभियान पर निकला नौसेना की जांबाज महिला अफसरों का दल आज गोवा पहुंच गया और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा की मौजूदगी में उनका स्वागत किया।
अभियान दल ने समुद्र के रास्ते अपने 8 महीने चले अभियान के दौरान आस्ट्रेलिया के फ्रेमन्टाइल , न्यूजीलैंड के लेटिल्टन से पोर्ट स्टेनली (फाल्कलैंड) , दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन और मारिशस होते हुए पांच चरणों में अपना अभियान पूरा किया है। दल ने पांच देशों ,चार महाद्वीपों और तीन महासागरों को पार करते हुए कुल 21 हजार 600 समुद्री मील का सफर तय किया। भूमध्य रेखा क्षेत्र से भी अभियान दो बार गुजरा। इस दौरान दल ने 41 दिन प्रशांत सागर में बेहद कठिन मौसम में गुजारे। उन्होंने 60 समुद्री मील प्रति घंटे की रफ्तार से हवा तथा 7 मीटर ऊंची लहरों को मात देते हुए लंबी दूरी तय की है।
दल ने बेहद प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करते हुए समुद्र का माउंट एवरेस्ट कहे जाने वाले दुर्गम समुद्री क्षेत्र केप हॉर्न में तिरंगा लहरा कर उसे पार किया था। यह पहला मौका है जब नौसेना की महिला अधिकारियों ने समुद्र के रास्ते विश्व परिक्रमा पूरी करने का साहसिक कारनामा किया है।
देश में ही बनी छोटी पाल नौका आईएनएस तारिणी पर सवार लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी के नेतृत्व में छह अधिकारियों के इस दल को रक्षा मंत्री ने गत 10 सितम्बर को गोवा से रवाना किया था। इस दल में लेफि्टनेंट कमांडर प्रतिभा जामवाल , पी स्वाति और लेफ्टिनेंट ए विजया देवी , बी एश्वर्य तथा पायल गुप्ता भी शामिल हैं। इनके अभियान को नाविका सागर परिक्रमा नाम दिया गया है। यह अभियान देश में नारी शक्ति को बढावा देने की सरकार की योजना का हिस्सा है।
संजीव
वार्ता