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अडानी समूह पर रिपोर्ट को लेकर संसद में हंगामा, लगातार दूसरे दिन नहीं चले दोनों सदन

नयी दिल्ली, 03 फरवरी (वार्ता) अडानी कंपनी समूह पर अमेरिकी सटोरिया कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट को लेकर संसद के बजट सत्र में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन भी हंगामा हुआ और दोनों सदनों में कोई कामकाज नहीं हो सका।
राज्य सभा में सुबह कार्यवाही शुरू होते ही कुछ विपक्षी सदस्यों ने इस मुद्दे पर बहस कराए जाने की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया और उनके शांत न होने पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कार्रवाई अपराह्न ढाई बजे तक के लिए स्थगति कर दी थी।
सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होते ही सभापति धनखड़ ने जैसे ही निजी विधेयक पेश किये जाने का उल्लेख किया, कुछ विपक्षी सदस्य शोर करने लगे। इस दौरान आम आदमी पार्टी के संजय सिंह अपनी सीट से उठकर सदन के बीचोबीच आने की कोशिश करने लगे।
श्री धनखड़ ने इस शोर शराबे के बीच कहा कि जब सभापति ने व्यवस्था दे दी है तो उस पर किसी भी सदस्य को बोलने की जरूरत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सदन चलाने पर करोड़ों रुपए खर्च होते हैं, उसके करोड़ों देशवासियों के हित में काम करना चाहिए ।
हंगामे के बीच आम आदमी पार्टी के श्री सिंह सीट से उठकर गलियारे में खड़े हो कर जोर-जोर से बोलते देखे गये।
सभापति ने श्री सिंह का नाम लेते हुये कहा कि आप अपनी सीट पर चले जायें। उन्होंने हंगामा करने वाले सदस्यों को चेतावनी दी कि ‘अभी सदन की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित की जा रही है, लेकिन यदि सदस्यों ने हंगामा किया तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी।’ यह कहते हुए उन्होंने इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
इससे पहले पूर्वाह्न 11 बजे श्री धनखड़ ने नियम 267 के अंतर्गत 15 सदस्यों के कार्यस्थन के स्थगन नोटिस मिलने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ये नोटिस प्रावधानों के अनुरूप नहीं होने के कारण खारिज किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि ये नोटिस कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रमोद तिवारी और एमी याग्निक, शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी, द्रविड़ मुनेत्र कषगम के तिरुचि शिवा, मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी के जॉन ब्रिटास, के इलावराम और के शिवदासन, तेलंगाना राष्ट्र समिति के केशव राव तथा कुछ अन्य सदस्यों की ओर से आए थे।
इसके बाद सभापति ने सदन में शून्यकाल चलाने का प्रयास किया तो कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के सदस्य जोर-जोर से बोलने लगे। सभापति ने कहा कि सदन में व्यवस्था होने के बाद ही कार्यवाही का संचालन किया जा सकता है। उन्होंने सदस्यों से शांत होने की अपील की लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। इस पर श्री धनखड़ ने सदन की कार्यवाही ढाई बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
लोकसभा में भी विपक्षी दलों ने अडाणी समूह के बारे में हिंडनबर्ग रिसर्च की प्रतिकूल रिपोर्ट के मुद्दे पर लगातार दूसरे दिन हंगामा किया जिसके चलते सदन की कार्यवाही सुबह बैठक शुरू होने के कुछ देर बाद दो बजे तक के लिए और उसके बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गयी।
पूर्वाह्न 11 बजे इसी मुद्दे पर हंगामे पर स्थगन के बाद अपराह्न दो बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी सहित विपक्षी दलों के सदस्यों ने सदन के बीचोबीच आकर हंगामा शुरू कर दिया और नारेबाजी करने लगे। शोर शराबे के बीच पीठासीन अधिकारी राजेंद्र अग्रवाल ने सदन के पटल पर आवश्यक कागजात रखवाए।
श्री अग्रवाल ने हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही चलाने का प्रयास किया और सदस्यों से अपनी सीटों पर जाने का बार-बार आग्रह किया। सदस्यों ने उनकी बात नहीं सुनी और लगातार हंगामा करते रहे। हंगामा कर रहे सदस्य आसन के दोनों तरफ खड़े होकर नारेबाजी करते रहे।
पीठासीन अधिकारी ने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा संवैधानिक दायित्व भी है और यह सदन की परंपरा भी रही है। सदस्यों को सदन चलाने में सहयोग करना चाहिए और राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा शुरू करानी चाहिए, लेकिन सदस्य उनकी बात को अनसुना कर हंगामा करते रहे जिसके कारण श्री अग्रवाल ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पूर्वाह्न 11 बजे जैसे ही प्रश्न काल शुरू करने की घोषणा की, वैसे ही कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक और अन्य विपक्षी दलों के सदस्य सदन के बीचोबीच आकर हंगामा करने लगे। इस दौरान कुछ सदस्यों ने नारे भी लगाये गये।
इस बीच, श्री बिरला ने सदस्यों से अपनी-अपनी सीट पर जाने और प्रश्नकाल की कार्यवाही होने देने की अपील की। उन्होंने कहा कि आदिवासी एवं महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का यह पहला अभिभाषण है और बहुत महत्वपूर्ण है, सदस्य इस पर चर्चा होने दें। उन्होंने कहा कि सदस्यों का यह व्यवहार उचित नहीं है। सदस्य जिस विषय या मामले पर चर्चा करना चाहते हैं, उन्हें पर्याप्त समय दिया जायेगा।
श्री बिरला की अपील को नजरअंदाज करते हुए विपक्षी सदस्य हंगामा करते हुए नारे लगाते रहे। हंगामा रुकता न देख लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक स्थगित कर दी।
गौरतलब है कि अमेरिकी शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की अडानी समूह पर आयी रिपोर्ट से जुड़े मामले की जांच की मांग को लेकर विपक्षी दलाें ने गुुरुवार को भी राज्य सभा और लोकसभा में हंगामा किया था, जिसके कारण दोनों सदनों में पूरे दिन कोई कामकाज नहीं हो सका था।
श्रवण मनोहर
वार्ता
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