मुंबई 20 मार्च(वार्ता) बॉलीवुड में रानी मुखर्जी का नाम एक ऐसी अभिनेत्री के तौर पर शुमार किया जाता है जिन्होंने रूमानी और संजीदा अभिनय से भी दर्शकों को अपना दीवाना बनाया है। 21 मार्च 1978 को जन्मीं रानी मुखर्जी ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरूआत वर्ष 1997 में प्रदर्शित फिल्म “राजा की आयेगी बारात”से की। फिल्म हालांकि टिकट खिड़की पर असफल साबित हुयी लेकिन रानी मुखर्जी ने अपने संजीदा किरदार के जरिये दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वर्ष 1998 रानी मुखर्जी के करियर के लिये महत्वपूर्ण वर्ष साबित हुआ।इस वर्ष उन्हें आमिर खान के साथ गुलाम और शाहरूख खान के साथ कुछ कुछ होता है में काम करने का अवसर मिला।दोनो हीं फिल्में टिकट खिड़की पर सुपरहिट साबित हुयी।कुछ कुछ होता है के लिये रानी मुखर्जी को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का फिल्म फेयर पुरस्कार भी दिया गया। वर्ष 1999 से लेकर वर्ष 2002 तक का वर्ष रानी मुखर्जी के करियर के लिये बुरा वक्त साबित हुआ।इस दौरान रानी मुखर्जी की ‘हेलो बद्रर’,‘बादल’,‘हर दिल जो प्यार करेगा’,‘हद कर दी आपने’,‘बिच्छू’,‘कहीं प्यार ना हो जाये’,‘चोरी चोरी चुपके चुपके’,‘बस इतना सा ख्वाब है’,‘प्यार दीवाना होता है’,‘मुझसे दोस्ती करोगे’ जैसी फिल्में प्रदर्शित हुयी लेकिन इन फिल्मों को टिकट खिड़की पर अपेक्षित सफलता नही मिल सकी।
वर्ष 2002 में प्रदर्शित यश राज बैनर तले बनी फिल्म साथियां रानी मुखर्जी के करियर की हिट फिल्म साबित हुयी। इस फिल्म में रानी मुखर्जी की जोड़ी विवेक ओबेराय के साथ काफी पसंद की गयी। वर्ष 2003 में प्रदर्शित फिल्म ‘चलते चलते’ में रानी मुखर्जी को एक बार फिर से किंग खान शाहरुख खान के साथ काम करने का अवसर मिला। यह फिल्म भी सुपरहिट साबित हुयी। वर्ष 2004 रानी मुखर्जी के करियर के लिये महत्पूर्ण वर्ष साबित हुआ। इस वर्ष उनकी युवा, हमतुम और वीर जारा जैसी फिल्में प्रदर्शित हुयी। इन सभी फिल्मों में रानी मुखर्जी ने अपनी बहुआयामी प्रतिभा का परिचय दिया और अपने निभाये किरदारों के जरिये दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वर्ष 2005 में प्रदर्शित फिल्म ब्लैक रानी मुखर्जी के करियर की सर्वाधिक महत्वपूर्ण फिल्मों में शुमार की जाती है। संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी इस फिल्म में रानी मुखर्जी को सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के साथ काम करने का अवसर मिला।रानी मुखर्जी ने अपने सधे हुये अभिनय से न सिर्फ दर्शकों का बल्कि समीक्षकों का भी दिल जीत लिया। वर्ष 2005 में प्रदर्शित फिल्म बंटी और बबली रानी मुखर्जी के करियर की एक और सुपरहिट साबित हुयी। यश राज बैनर तले बनी इस फिल्म के जरिये रानी मुखर्जी और अभिषेक बच्चन की जोड़ी ने दर्शकों को अपने कारनामों के जरिये हंसाते हंसाते लोटपोट कर दिया।
वर्ष 2006 में रानी मुखर्जी को एक बार फिर से अमिताभ बच्चन के साथ ‘बाबुल’ में काम करने का अवसर मिला। रवि चोपड़ा निर्देशित यह फिल्म हालांकि टिकट खिड़की पर कोई खास कमाल नहीं दिखा सकी लेकिन रानी के अभिनय को दर्शकों ने अवश्य पसंद किया। इसी वर्ष रानी की करण जौहर निर्देशित फिल्म ‘कल हो ना हो’ प्रदर्शित हुयी जो टिकट खिड़की पर हिट साबित हुयी। वर्ष 2007 से वर्ष 2010 तक का वक्त एक बार फिर से रानी के कैरियर के लिये बुरा वक्त साबित हुआ। इस दौरान उनकी तारा रम पम,लागा चुनरी में दाग,थोड़ा प्यार थोड़ा मैजिक,सांवरिया.लक बाई चांस,दिल बोले हडि़प्पा प्रदर्शित हुयी लेकिन बॉक्स ऑफिस पर ढ़ेर हो गयी। रानी को विभिन्न श्रेणियों में सात बार फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। रानी बॉलीवुड की उन गिनी चुनी अभिनेत्रियों में शामिल है जिन्होंने खान त्रिमूर्ति .आमिर खान,सलमान खान और शाहरूख खान के साथ काम किया है। रानी मुखर्जी की जोड़ी बॉलीवुड के छोटे नवाब सैफ अली खान.अभिषेक बच्चन बॉबी देओल के साथ भी पसंद की गयी। वर्ष 2011 में प्रदर्शित सुपरहिट फिल्म ‘नो वन किल्ड जेसिका’ के जरिये रानी ने एक बार फिर से दर्शकों का दिल जीत लिया। वर्ष 2012 में रानी मुखर्जी को एक बार फिर से आमिर खान के साथ ‘तलाश’ में काम करने का अवसर मिला। उन्होंने वर्ष 2014 में जाने-माने फिल्मकार आदित्य चोपड़ा से शादी कर ली। इसी वर्ष रानी की फिल्म ‘मर्दानी’ प्रदर्शित हुयी जिसमें उनहोंने अपने दमदार अभिनय से दर्शको को मंत्रमुग्ध कर दिया।