नयी दिल्ली, 27 नवंबर (वार्ता) हर युवक को हुनरबंद बनाने के लिये 20 मंत्रालयों के जरिए 40 से अधिक योजनाओं के तहत कौशल विकास किया जा रहा है और पिछले तीन साल में ढ़ाई करोड से ज्यादा युवाओं काे प्रशिक्षण दिया जा चुका है। कौशल विकास मंत्रालय के अनुसार इस योजना को क्रियान्वित करने में केंद्र सरकार के 20 मंत्रालय विभिन्न क्षेत्रों में युवाओं को प्रशिक्षण दे रहे हैं। इस योजना के तहत वर्ष 2015-16 के दौरान सर्वाधिक एक करोड चार लाख 16 हजार लोगों का काैशल विकास किया गया जबकि 2014-15 में 76 लाख 37 हजार तथा इससे पहले वर्ष 2013-14 में 76 लाख 11 हजार युवाओं को प्रशिक्षित किया गया। सरकार ने कौशल विकास की योजना को ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए पिछले वर्ष प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना(पीएमकेवीवाई) की शुरुआत की और इसके तहत अगले चार साल के दौरान देश के विभिन्न क्षेत्रों में एक करोड़ लोगों का कौशल विकास करने का लक्ष्य रखा गया है। पीएमकेवीवाई का अनुमोदन सरकार ने 12 हजार करोड़ रुपए की लागत से किया और योजना के तहत राज्यों को निधि आवंटित की गयी है। एक करोड़ लोगों को हुनरयुक्त बनाने के लिए पीएमकेवीवाई योजना के लिए दो तरह से निधि का आवंटन किया जाना है। केंद्र सरकार कौशल विकास के तहत प्रशिक्षण पर 75 फीसदी खर्च देगी जबकि राज्य सरकार की तरफ से 25 प्रतिशत खर्च देना होगा। इसके लिए केंद्रीय निधि का इस्तेमाल राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एसएसडीसी) के तहत किया जाएगा।
कौशल विकास की योजना को ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए सरकार ने नौ नवंबर को प्रधानमंत्री युवा योजना शुरू की है। इस येाजना के तहत संभावित और प्रारंभिक स्तर के उद्यमियों का काैशल विकास कराना तथा उन्हें उद्यम शुरू करने के लिए ऐसे नेटवर्क से जोड़ना है जहां उन्हें काम शुरू करने के बारे में जानकारी हासिल होती रहे। इसके अलावा इस योजना के जरिए इन नए उद्यमियों को यह भी जानकारी दी जाती है कि उन्हें किस स्तर पर और कैसे आर्थिक मदद मिल सकती है। प्रधानमंत्री युवा योजना के लिए सरकार ने अगले पांच साल यानी वर्ष 2016-17 से 2020-21 तक की अवधि के लिए 499.94 करोड़ रुपए की योजना बनायी है। इस योजना के अंतर्गत 3050 संस्थानों के माध्यम से सात लाख से अधिक लोगों को उद्यमशीलता का प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा। सरकार मानती है कि उसकी इस योजना से देश में उद्यमशीलता को ऊंचाई तक ले जाने में मदद मिलेगी। सरकार की योजना देश को कौशल विकास के क्षेत्र में वैश्विक हब के रूप में तैयार करना है जिसके माध्यम से देश में तथा विदेशों में भारतीय युवक प्रशिक्षित बनकर दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे सकते हैं। योजना के तहत देश के आरक्षित वर्ग के युवाओं के लिए भी विभिन्न तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। अभिनव, उपाध्याय, अमित वार्ता