पटना, 13 सितंबर (वार्ता) बॉलीवुड के जाने माने चरित्र अभिनेता सौरभ शुक्ला का कहना है कि डॉक्यूमेंट्री फिल्म हमारे समय का एक दस्तावेज है और वह दर्शकों को व्यवसायिक सिनेमा से अलग समाज का अलग आइना दिखाती है। सौरभ शुक्ला ने बिहार राज्य फिल्म विकास एवं वित्त निगम लिमिटेड (कला संस्कृति विभाग) द्वारा कल से शुरू हो रहे बिहार शॉर्ट एवं डॉक्यूमेंट्री फिल्म महोत्सव 2016 पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन कहा “जहां कमर्शियल सिनेमा पैसा प्रधान होता है, वहीं डॉक्यमेंट्री फिल्में विचार प्रधान होती हैं। सौरभ शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में ऐसे आयोजनों के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है, लेकिन आने वाला समय डॉक्यमेंट्री और शार्ट फिल्मों का होगा । उन्होंने कहा कि डॉक्यमेंट्री या शार्ट फिल्म अभी व्यावसायीकरण से अलग है। फिर भी छोटी फिल्मों को देखने वालों की संख्या बढ़ रही है। आज जब अटेंशन टाइम कम हो रहा है, वैसे में मोबाइल पर व्यावसायिक फिल्मों को देखना मुश्किल है।