मुंबई. 02 जनवरी (वार्ता) पूर्व पहलवान महावीर सिंह फोगाट की जीवनी पर आधारित दंगल, टीम इंडिया के कैप्टन कूल महेन्द्र सिंह धोनी के अनछुये पहलुओं को उजागर करती एम. एस. धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी और देश की बहादुर बेटी नीरजा के असधारण शौर्य को दर्शाती समेत कई बायोपिक फिल्मों ने जहां बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया, वहीं दर्शकों को भी इनकी कहानी से प्रेरणा मिली। बॉलीवुड में जीवनी (बॉयोपिक) पर आधारित फिल्मों का निर्माण जोरों पर हैं। पिछले कुछ सालों में पान सिंह तोमर, मेरीकॉम, भाग मिल्खा भाग समेत कई बॉयोपिक फिल्में बनायी जा चुकी है। वर्ष 2016 को एक ऐसे साल के तौर पर याद किया जायेगा जिसमें निर्माता-निर्देशकों ने जहां रिकार्डतोड़ फिल्मों का निर्माण में किया, वहीं इन फिल्में ने सफलता के मामले में कई मल्टीस्टारर फिल्मों के रिकार्ड को तोड़ दिया। वर्ष 2016 में प्रदर्शित बायोपिक फिल्मों में दंगल, एम. एस. धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी, नीरजा, सरबजीत, अलीगढ़, अजहर और वीरप्पन जैसी फिल्में शामिल हैं। वर्ष 2016 में प्रदर्शित सबसे सफल बायोपिक फिल्म में आमिर खान की फिल्म दंगल का नाम सबसे आगे हैं। यह फिल्म पूर्व हरियाणवी रेसलर महावीर फोगाट और राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली उनकी बेटी गीता की कहानी है। नितेश तिवारी के निर्देशन में आमिर की बहुप्रतीक्षित फिल्म दंगल क्रिसमस के अवसर पर 23 दिसंबर को प्रदर्शित हुई। फिल्म में आमिर ने महावीर सिंह फोगाट की भूमिका निभायी है जो तमाम अड़चनों के बावजूद सामाजिक कुरीतियों से लड़ते हुए विषम परिस्थितियों में अपनी दो बच्चियों गीता फोगाट तथा बबीता कुमारी को कुश्ती सिखाता है और अंतत: उनकी बेटियां अपने पिता के सपनों को साकार करती हैं। फिल्म अबतक बॉक्स ऑफिस पर 270 करोड़ की रिकार्ड कमाई कर चुकी है। भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफलतम कप्तान महेन्द्र सिंह के जीवन पर बनी फिल्म एम.एस धोनी ए अनटोल्ड स्टोरी भी इस वर्ष सर्वाधिक कमाई करने वाली फिल्मों में शुमार है। धोनी की लोकप्रियता के कारण दर्शकों को लंबे समय से इस फिल्म का इंतजार था। धोनी के किरदार में सुशांत सिंह राजपूत के अभिनय की काफी सराहना हुई। नीरज पांडेय के निर्देशन में बनी इस फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत ने धोनी का किरदार जबकि अनुपम खेर धोनी के पिता पान सिंह धोनी की भूमिका निभाते नजर आये। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 133 करोड़ रुपये का शानदार कारोबार किया।
वर्ष 2016 में सबसे पहले प्रदर्शित होने वाली बॉयोपिक फिल्म नीरजा थी। एयर होस्टेस नीरजा भनोत के जीवन पर बनी फिल्म साल की सफलतम फिल्मों में शुमार की गयी। राम माधवानी के निर्देशन में बनी फिल्म नीरजा में सोनम कपूर ने नीरजा भनोत की भूमिका निभायी जिन्होंने 1986 में कराची से अगवा पैन एएम की उड़ान संख्या 73 में सवार यात्रियों की जान बचाने के दौरान आतंकियों से पूरी बहादुरी से लड़ते हुए अपनी जान दे दी। नीरजा को उसके अद्मय साहस के लिए मरणोपरांत अशोक चक्र दिया गया था । फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 75 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन के जीवन पर बनी फिल्म अजहर इस वर्ष औसत कमाई करने में कामयाब रही। टोनी डिसूजा निर्देशित और एकता कपूर निर्मित फिल्म अजहर में इमरान हाशमी मोहम्मद अजहरुद्दीन का किरदार निभाते नजर आये। अजहर में प्राची देसाई और नरगिस फाखरी की भी अहम भूमिकायें है। फिल्म ने 33 करोड़ रुपये का औसत व्यापार किया। प्रियंका चोपड़ा को लेकर फिल्म विश्व चैम्पिंयन महिला मुक्केबाज मेरीकॉम की बॉयोपिक मेरीकॉम बना चुके उमंग कुमार ने पाकिस्तानी जेल में बंद कैदी सरबजीत सिंह के जीवन पर फिल्म सरबजीत बनायी। फिल्म में सरबजीत का किरदार रणदीप हुड्डा जबकि उनकी बहन दलबीर कौर का किरदार ऐश्वर्या राय ने निभाया। सरबजीत एक ऐसे शख्स की कहानी है जो पंजाब में भारत और पाकिस्तान के बॉर्डर के पास रहता था और एक दिन गलती से पाकिस्तान की सीमा में चला जाता है जहां पाकिस्तानी फौज उसे गिरफ्तार कर जेल में डाल देती है। पाकिस्तानी फौज सरबजीत को करीब 23 साल तक जेल में रखती है और आखिर में उसे जेल में ही मार दिया जाता है।
हंसल मेहता के निर्देशन में बनी फिल्म अलीगढ़,उत्तर प्रदेश की पृष्ठभूमि पर बनी प्रोफेसर श्रीनिवास रामचंद्र सिरास की कहानी है जिसे उसकी समलैंगिकता के चलते नौकरी से निकाल दिया गया था। एक पत्रकार ने श्रीनिवास की कहानी दुनिया को बताई थी। फिल्म में प्रोफेसर का किरदार मनोज वाजपेयी जबकि पत्रकार की भूमिका राजकुमार राव ने निभायी। फिल्म को कई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों में काफी सराहा गया लेकिन बॉक्स ऑफिस पर यह कोई ख़ास कमाल नहीं दिखा सकी। अनुराग कश्यप के निर्देशन में बनी फिल्म रमन राघव, 60 के दशक के एक सीरियल किलर पर आधारित फिल्म है। फिल्म रमन राघव की जीवनी नहीं है बल्कि 60 के दशक में मुंबई में एक दहशत बन चुके शख्स रमन राघव की कहानी है, जो लोगों की बड़ी बेरहमी से हत्याएं करता था। फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दकी ने मुख्य भूमिका निभायी। नवाज के अभिनय को दर्शकों ने बेहद पसंद किया लेकिन बॉक्स ऑफिस पर फिल्म कमाल नहीं दिखा सकी। कुख्यात चंदन तस्कर वीरप्पन के जीवन पर बनी निर्देशक राम गोपाल वर्मा की फिल्म वीरप्पन ने भी इस साल सिल्वर स्क्रीन पर दस्तक दी। कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल के घने जंगलों में कई दशकों आतंक का पर्याय बने वीरप्पन ने पुलिस की नाक में दम कर दिया था। पुलिस को वीरप्पन तक पहुंचने के लिए वर्षों लगे लेकिन इस दौरान उसने अपनी क्रूरता के जरिये सैकड़ों पुलिस वालों और आम इंसानों को मौत के घाट उतार दिया।