खेल » फुटबॉलPosted at: Nov 8 2017 7:27PM चुनावों के लिए सुप्रीम कोर्ट की शरण में पहुंचा एआईएफएफ
नयी दिल्ली, 08 नवंबर (वार्ता) अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने उसके चुनाव रद्द करने के उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती देते हुए बुधवार को उच्चतम न्यायालय की शरण ली।
न्यायाधीश मदन बी लोकुर की अध्यक्षता वाली उच्चतम न्यायालय की खंडपीठ के सामने यह मामला लाया गया जिन्होंने शुक्रवार को इस मामले की सुनवाई करने का फैसला किया।
फुटबॉल महासंघ ने दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ यह कहते हुए दलील दी कि चुनाव रद्द होने के कारण वह अंडर 20 विश्वकप की मेजबानी का दावा करने से वंचित रह जाएगा। यह सुनने के बाद उच्चतम न्यायालय ने कहा,“ हम 10 नवंबर को मामले पर सुनवाई करेंगे।”
अंडर 20 विश्वकप की दावेदारी करने के लिए अंतिम तारीख 14 नवंबर है। भारत ने हाल ही में अंडर 17 विश्वकप की सफल मेजबानी की थी जिसकी तारीफ खुद फीफा अध्यक्ष जियानी इन्फेंटिनाे ने की थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा था।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली उच्च न्यायालय ने हाल ही में प्रफुल्ल पटेल के एआईएफएफ के अध्यक्ष के तौर पर कराये गये चुनावों को खारिज करते हुये अगले पांच महीने में नये सिरे से चुनाव कराने का आदेश दिया था। न्यायाधीश रवींद्र भट की अध्यक्षता वाली पीठ ने इसके साथ ही पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस के कुरैशी को एआईएफएफ का प्रशासक नियुक्त किया था।
गत वर्ष दिसंबर में उच्च न्यायालय के चुनाव पर लगी रोक हटाने के बाद पटेल अौर उनकी कार्यकारी समिति को 2017 से 2020 तक की अवधि के लिये चुना गया था। इसके बाद भारत की मेजबानी में सफलता से फीफा अंडर-17 विश्वकप आयोजित किया गया था।
राज एजाज
वार्ता