टोरंटो (कनाडा) 10 अगस्त (वार्ता) टोरंटो अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल के कला निदेशक कैमेरन बेली ने कहा है कि भारतीय सिनेमा अपनी शैली और भाषा के कारण बहुत समृद्ध है तथा उसका आयाम बहुत बड़ा है। आज दुनिया का कोई देश भारत की तरह फिल्में नहीं बना रहा है।
फेस्टिवल के संयुक्त प्रमुख श्री बेली ने भारतीय प्रतिनिधि मंडल के साथ बातचीत में यह बात कही। सूचना प्रसारण मंत्रालय द्वारा आयोजित इस संवाद कार्यक्रम में श्री बेली ने कहा कि भारतीय सिनेमा और टोरंटो फिल्म समारोह के बीच मैत्री काफी मजबूत है। भारतीय सिनेमा बालीवुड सिनेमा से बहुत अधिक विस्तृत और समृद्ध है। उसकी भाषा शैली और क्षेत्रीय स्वाद उसे समृद्ध करता है और उसके रेंज को बताता है। गंभीर ड्रामा, काॅमेडी, संगीत, एनिमेशन से लेकर अन्य विधाओं में उसकी समृद्धि दिखाई देती है।
उन्होंने भारतीय फिल्मों की तारीफ़ करते हुए कहा कि आज विश्व का कोई देश भारत की तरह फिल्मों के क्षेत्र में काम नहीं कर रहा।
भारतीय प्रतिनिधियों ने बताया कि सरकार विदेशी फिल्मकारों को भारत में शूटिंग की सुविधा देने के लिए विशेष कदम उठा रही है और उसने इस बारे में एक नीति बनाई है तथा उन्हें मंजूरी देने के लिए एकल प्रणाली विकसित की है।
उन्होंने गोवा में होने वाले अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल को और अधिक सफल बनाने के लिए विदेशों से सहयोग एवं भागीदारी की संभावनाओं का भी पता लगाया और उन्हें इसमें भाग लेने के लिए आमंत्रित किया।
समारोह में फेस्टिवल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी करें थोर्ने स्टोन, कनाडा में भारत के वाणिज्य दूत अपूर्व श्रीवास्तव, रीमा दास, थॉमस राडो, अरविन्द विज जैसे कई अधिकारी एवं फिल्मों से जुड़े लोग मौजूद थे।