पटना 21 मई (वार्ता) भोजपुरी अभिनेता रवि शेखर सिन्हा का कहना है कि वह फिल्म इंडस्ट्री में गायक के तौर पर नही एक अभिनेता के तौर पर अपनी पहचान बनाना चाहते हैं। रवि शेखर ने भोजपुरी फिल्म शहंशाह से बतौर मुख्य अभिनेता अपने अभिनय करियर की शुरूआत की है। शहंशाह बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुयी है और फिल्म में पान चबाते हुए रवि शेखर की अदायगी दर्शको को बहुत पसंद आ रही है। फिल्म के प्रमोशन के सिलसिले में राजधानी पटना आये रवि शेखर सिन्हा ने ‘यूनीवार्ता’ से बातचीत में कहा कि उन्हें बचपन से गायिकी का शौक था और वह किशोर कुमार की तरह पार्श्वगायक बनना चाहते थे। महज 12 साल की उम्र में वह स्टेज पर पार्श्वगायन करने लगे। रवि शेखर ने बताया कि अभिनेता बनने का ख्वाब लिये वह वर्ष 1999 में मुंबई गये जहां वह रंगमंच से जुड़ गये। इस दौरान उन्होंने कई नाटकों में अभिनय, लेखन और निर्देशन भी किया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2001 में प्रदर्शित आनंद सांगर-मोती सागर निर्मित फिल्म भगत सिंह में उन्हें स्वतंत्रता सेनानी रामदास की भूमिका निभाने का अवसर मिला। इसके बाद वह टीवी से जुड़ गये और उन्हें सावधान इंडिया, यहां मैं घर घर खेली, अंचरवा के मोती, सजना है मुझे सजना के लिये, चिड़िया घर, नीली छतरी वाले, हंसना मना है, ओ रहने वाली महलों की जैसे कई लोकप्रिय सीरियल में काम करने का अवसर मिला।
भोजपुरी अभिनेता ने बताया कि वर्ष 2015 में उन्हें आनंद डी गहतराज से मिलने का अवसर मिला जो उन दिनों शहंशाह बनाने की प्लानिंग कर रहे थे। उन्हें फिल्म के लिये एक ऐसे अभिनेता की तलाश थी जो पार्श्वगायन भी कर सके। जब उन्होंने मुझे फिल्म की स्क्रिप्ट सुनायी तो बेहद पसंद आयी और मैंने काम करना सहर्ष स्वीकार कर लिया। फिल्म में मैने बड़ा निक लागे तोहर डार लचकौवा ए रानी, करब प्यार हचकौवा ये रानी गाना गाया है जिसे दर्शकों ने बेहद पसंद किया। रवि शेखर ने बताया कि उन्होंने अमिताभ की फिल्म शहंशाह 25 से 30 बार देखी। अमिताभ सर ने भी शहंशाह में पुलिस ऑफिसर का किरदार निभाया था वह काफी रसिया थे और पान चबाते हुये बातचीत करते हैं। फिल्म में अपनी भूमिका के लिये मैंने अमिताभ सर की ही जंजीर से प्रेरणा ली है। इस बात को लेकर बेहद खुशी है कि दर्शकों ने फिल्म और मेरे किरदार को पसंद किया है। आज के दौर के कई भोजपुरी कलाकार जैसे पवन सिंह, दिनेश लाल यादव निरहुआ और खेसारी लाल यादव जैसे कलाकारों ने पहले पार्श्वगायन में नाम कमाया और फिर अभिनय की दुनिया में। इस संबंध में पूछे जाने पर रवि शेखर ने कहा कि वह अभिनय के साथ ही फिल्मों में गायन भी करना चाहते हैं लेकिन वह बतौर अभिनेता इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाना चाहते हैं।