ढाका, 05 सितंबर (वार्ता) बंगलादेश में स्थित भारतीय उच्चायोग ने भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) छात्रवृत्ति पर उच्च अध्ययन करने के लिए भारत जा रहे बंगलादेशी विद्यार्थियों के लिए समारोह आयोजित किया।
अंग्रेजी समाचार पोर्टल प्रोथोम एलो ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि इस अवसर पर बंगलादेश में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा ने भारत-बंगलादेश संबंधों के बारे में आशावादी रुख व्यक्त किया और राष्ट्र निर्माण में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका और शांति, समृद्धि तथा विकास की उनकी साझा तलाश का हवाला दिया। उन्होंने विद्यार्थियों को उनके नए करियर की यात्रा के लिए बधाई दी और दोनों देशों के बीच लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने में शिक्षा तथा शैक्षिक आदान-प्रदान की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष, लगभग 550 बंगलादेश विद्यार्थियों को विभिन्न शैक्षणिक पाठ्यक्रमों के लिए प्रतिष्ठित आईसीसीआर छात्रवृत्ति प्रदान की गयी है। रिपोर्टों के अनुसार, पुरस्कार विजेताओं को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी), दिल्ली विश्वविद्यालय आदि सहित कुछ सबसे प्रतिष्ठित भारतीय संस्थानों में इंजीनियरिंग, चिकित्सा, कानून, भाषा विज्ञान, ललित कला, सामाजिक विज्ञान जैसे व्यापक विषयों में स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी पाठ्यक्रमों में उच्च अध्ययन करने का अवसर मिलेगा।
श्री वर्मा ने कहा कि आईसीसीआर छात्रवृत्ति कार्यक्रम भारत और बंगलादेश के बीच आपसी समझ और सहयोग बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भारतीय उच्चायोग ने कहा कि वह इस कार्यक्रम का समर्थन करने और हमारे दोनों देशों के बीच मजबूत शैक्षिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
संतोष
वार्ता