बेंगलुरु, 13 नवंबर (वार्ता) भारतीय हॉकी टीम के युवा खिलाड़ी गुरसाहिबजीत सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में हॉकी के स्ट्राइकर खिलाड़ियों का शारीरिक रूप से मजबूत होना बेहद अहम है।
21 वर्षीय युवा खिलाड़ी गुरसाहिबजीत ने कहा, “आधुनिक दौर में यदि आप एक स्ट्राइकर हैं तो आपको मजबूत होना पड़ेगा। आपके पास मैदान पर बहुत सीमित स्थान हैं और एक बार आपके कब्जे में गेंद आ गई तो आपको मूव बनाने के लिए भी खुद को इस तरह तैयार करना होगा जिससे विपक्षी खिलाड़ी परेशान हो जाए। उस दिशा में आपकी ताकत और मांसपेशियों की मजबूती मायने रखती है और मैं उन्हीं को दुरुस्त करने का प्रयास कर रहा हूं।”
उन्होंने कहा, “ किसी भी अंतर्राष्ट्रीय स्ट्राइकर के लिए शारीरिक क्षमता बहुत मायने रखती है। वहीं पहले के जमाने में खिलाड़ी अपनी कौशल क्षमता का उपयोग कर डिफेंडरों के बीच में से जगह बनाकर गोल करने में सफल हो जाता था लेकिन अब खेल काफी बदल चुका है।”
गुरसाहिबजीत ने वर्ष 2019 में 28वें सुल्तान अजलान शाह कप में सीनियर टीम के लिए पदार्पण करने के बाद अब तक कुल छह गोल किए हैं और पिछले दो वर्षों में भारतीय टीम की कुछ यादगार जीत का हिस्सा रहे हैं जिसमें ओलंपिक टेस्ट इवेंट अगस्त 2019 शामिल हैं। इस टूर्नामेंट में उन्होंने तीन गोल किए थे जिसमें न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में किया गया एक गोल भी शामिल है।
उन्होंने कहा, “हमारे पास करने के लिए अभी काफी चीजें हैं जिसमें ओलंपिक की तैयारियां भी शामिल है। इसलिए मैं प्रत्येक सत्र में अपना 100 प्रतिशत योगदान दे रहा हूं, चाहे वह हॉकी मैदान हो या जिम, मैं सभी क्षेत्रों में सुधार लाने के लिए उत्सुक हूं। मुझे पता है कि कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है और मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि मुझे जो भी अवसर मिलेंगे, मैं उनमें बेहतर प्रदर्शन कर सकूं।”
शुभम राज
वार्ता